अर्थव्यवस्था समसामयिकी 1(2-August-2023)
AMC रेपो क्लियरिंग लिमिटेड
(AMC Repo Clearing Limited)

Posted on August 3rd, 2023 | Create PDF File

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हाल ही में वित्त मंत्रालय ने AMC रेपो क्लियरिंग लिमिटेड (ARCL) नामक सीमित प्रयोजन समाशोधन निगम  (Limited Purpose Clearing Corporation- LPCC) का उद्घाटन किया।

 

AMC रेपो क्लियरिंग लिमिटेड (ARCL) :  

 

ARCL एक सीमित प्रयोजन समाशोधन निगम है जो नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर कॉर्पोरेट ऋण प्रतिभूतियों में किये गए सभी ट्रेडों के लिये समाशोधन एवं निपटान सेवाएँ प्रदान करता है।

 

इसे स्टॉक एक्सचेंज और क्लियरिंग कॉरपोरेशन (SECC) विनियम, 2018 के तहत भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) से सैद्धांतिक मंज़ूरी मिल गई।

 

इसके अलावा ARCL को कॉर्पोरेट ऋण प्रतिभूतियों में रेपो लेन-देन के लिये केंद्रीय प्रतिपक्ष समाशोधन गृह (CCP) सेवाएँ प्रदान करने हेतु भुगतान और निपटान प्रणाली (PSS) अधिनियम, 2007 के तहत भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा प्राधिकरण का प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है। 

 

कार्य : 

 

ARCL कॉरपोरेट बाॅण्ड में रेपो लेन-देन की सुविधा के लिये त्रिपक्षीय रेपो सेवाएँ और केंद्रीय प्रतिपक्ष सेवाएँ प्रदान करता है जो संपार्श्विक के रूप में प्रतिभूतियों द्वारा समर्थित अल्पकालिक उधार हैं।

 

ARCL कॉरपोरेट बाॅण्ड रेपो बाज़ार को व्यापक तथा मज़बूत करने में सहायता करेगा जो वर्तमान में सरकारी बाॅण्ड रेपो बाज़ार की तुलना में अविकसित और तरल है।

 

यह बाॅण्ड धारकों को अपनी परिसंपत्तियों को नष्ट किये बिना अल्पकालिक तरलता आवश्यकताओं को पूरा करने की अनुमति देता है, जो बाज़ार सहभागियों को अनुकूल स्थिति प्रदान करता है।

 

ARCL कॉरपोरेट बाॅण्ड रेपो बाज़ार में प्रतिभागियों के लिये प्रतिपक्ष जोखिम, परिचालन जोखिम तथा निपटान जोखिम को भी कम करेगा।

 

द्वितीयक बाज़ार :

 

द्वितीयक बाज़ार, जिसे आफ्टरमार्केट (Aftermarket) के रूप में भी जाना जाता है, उस वित्तीय बाज़ार को संदर्भित करता है जहाँ पहले जारी किये गए वित्तीय उपकरण जैसे- स्टॉक, बाॅण्ड, डेरिवेटिव और अन्य प्रतिभूतियाँ निवेशकों के बीच खरीदी एवं बेची जाती हैं।

 

कॉरपोरेट बाॅण्ड :

 

ये विभिन्न उद्देश्य हेतु पूंजी जुटाने के लिये निगमों द्वारा जारी की गई ऋण प्रतिभूतियाँ होती हैं, जैसे- परिचालन विस्तार, वित्तपोषण परियोजनाएँ या मौजूदा ऋण का पुनर्वित्तीयन आदि।

 

त्रि-पार्टी रेपो सेवाएँ :

 

ये सेवाएँ वित्तीय लेन-देन से संबंधित होती हैं जहाँ तीसरा पक्ष एक संरक्षक या समाशोधन अभिकर्त्ता (Clearing Agent) होता है, जो पुनर्खरीद समझौते (रेपो) में शामिल दो पक्षों के बीच मध्यस्थ के रूप में कार्य करता है।