अर्थव्यवस्था समसामयिकी 1 (12-January-2022)‘अकादमिक क्रेडिट बैंक’('Academic Credit Bank')
Posted on January 12th, 2022 | Create PDF File
हाल ही में, केंद्र सरकार द्वारा आईआईटी, आईआईएम और ‘राष्ट्रीय महत्व के अन्य संस्थानों’ (Institutions of National Importance – INIs) को ‘अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट’ (Academic Bank of Credit) ढांचे के अंतर्गत शामिल किया गया है।
इस व्यवस्था के तहत, छात्र अपना 50 प्रतिशत तक पाठ्यक्रम – जिस संस्थान में नामांकित हैं, उसके अलावा किसी अन्य संस्थान से भी पूरा कर सकते हैं।
‘अकादमिक क्रेडिट बैंक’ (ABC) को ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति’, 2020 (National Education Policy – NEP), 2020 के तहत प्रस्तावित किया गया था।
‘अकादमिक क्रेडिट बैंक’ (ABC) :
‘एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट’ को ‘विश्वविद्यालय अनुदान आयोग’ (UGC) द्वारा स्थापित किया जाएगा।
इसके तहत, छात्रों के लिए किसी पाठ्यक्रम में प्रवेश करने और उसे पूरा करने के कई विकल्प दिए जाएंगे।
‘अकादमिक क्रेडिट बैंक’ के तहत, छात्रों के लिए किसी डिग्री या पाठ्यक्रम को छोड़ने और संबंधित प्रमाण पत्र प्राप्त करने का विकल्प दिया जाएगा। एक निश्चित समय के पश्चात, छात्र, अपनी अधूरी छोड़ी हुई पढाई को उसी स्तर से पुनः शुरू कर सकते हैं।
इसके द्वारा छात्रों को किसी डिग्री को पूरा करते समय या किसी पाठ्यक्रम को छोड़ने के दौरान संस्थान बदलने की सुविधा भी प्रदान की जाएगी।
कार्यविधि :
‘अकादमिक क्रेडिट बैंक’ एक वर्चुअल स्टोर-हाउस है, जो एक छात्र के ‘एकेडमिक क्रेडिट’ का रिकॉर्ड रखेगा।
यह, सीधे छात्रों से किसी भी पाठ्यक्रम के कोई क्रेडिट कोर्स दस्तावेज़ स्वीकार नहीं करेगा, बल्कि केवल उच्च शिक्षा संस्थानों से, छात्रों के खातों में जमा ‘क्रेडिट कोर्स’ दस्तावेज़ों को स्वीकार करेगा।
लाभ :
‘अकादमिक क्रेडिट बैंक’ क्रेडिट सत्यापन, क्रेडिट संचय, क्रेडिट ट्रांसफर, छात्रों के विमोचन और छात्रों के प्रमोशन में मदद करेगा।