( द हिंदू से )अंतर्राष्ट्रीय समसामियिकी 1 (11-Feb-2019)
'विंडरश स्कीम'
(Windrush scheme)

Posted on February 11th, 2019 | Create PDF File

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हाल ही में 'विंडरश स्कीम' के तहत सैकड़ों भारतीयों की ब्रिटेन के नागरिक होने की पुष्टि की गई है। इसे पिछले साल ‘Windrush Scandal’ के मद्देनज़र स्थापित किया गया था।

 

ब्रिटेन में रहने वाले राष्ट्रमंडल के सैकड़ों लोग, जो 1971 से पहले ब्रिटिश जहाज़ एम्पायर ‘Windrush’ से ब्रिटेन आ गए थे तथा स्थायी रूप से यू.के. में रहने और काम करने के हकदार थे, को गलत तरीके से अवैध अप्रवासी माना जा रहा था। इसे ही 'विंडरश कांड' ( Windrush Scandal ) के रूप में जाना जाता है।

 

माइग्रेशन ऑब्जर्वेटरी के उपनिदेशक रॉब मैकनील ने कहा , ‘‘विंडरश पीढ़ी का तात्पर्य ब्रिटिश उपनिवेशों के उन नागरिकों से है जो 1973 से पहले आए थे. 1973 में ऐसे राष्ट्रमंडल नागिरकों के ब्रिटेन में रहने और काम करने के अधिकार काफी कम कर दिये गए थे, उनमें ज्यादातर लोग जमैका/कैरिबियाई मूल के थे, उनमें भारतीय और अन्य दक्षिण एशियाई लोग भी थे।’’


ऑब्जर्वेटरी का अनुमान है कि राष्ट्रमंडल देशों में पैदा हुए करीब 57,000 लोग जो 1970 से या उससे पहले से ब्रिटेन में हैं, दस्तावेज के हिसाब से ब्रिटिश नागरिक नहीं हैं, उनमें 15,000 जमैका के हैं, 13000 भारतीय हैं और 29000 अन्य हैं, ये लोग गैर ब्रिटिश हैं।

 

एक राष्ट्रमंडल नागरिक (Commonwealth Citizen) राष्ट्रमंडल के सदस्य राज्य का नागरिक होता है। राष्ट्रमंडल नागरिकों को यूनाइटेड किंगडम में कुछ विशेषाधिकार प्राप्त हो सकते हैं।



‘विंडरश योजना’ (Windrush Scheme) ऐसे ही अप्रवासी (Immigrants) को सहायता प्रदान करने के लिये ब्रिटिश सरकार द्वारा उठाया गया कदम है।इस योजना के अंतर्गत एक अलग टास्कफोर्स का गठन किया गया है, जो Windrush Scheme के तहत आवेदन करने वाले अप्रवासी की मदद करेंगी।विंडरश स्कीम के तहत आवेदन यू.के. में रहने वाले आवेदकों के लिये ‘GOV.UK’ पर - “Windrush Scheme application (UK)” तथा यू.के. के बाहर रहने वाले आवेदकों के लिए” Windrush Scheme application (Overseas)” पर किया जा सकता है।