अंतर्राष्ट्रीय समसामियिकी 2 (25-Feb-2020)^इक्कीसवीं सदी की चुनौतियों से निपटने के लिए यूएनएससी में सुधार बेहद आवश्यक: भारत^(UNSC reform needed to deal with challenges of 21st century: India)
Posted on February 26th, 2020
भारत ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र जैसी बहुपक्षीय संस्थाओं को अपनी विश्वसनीयता कायम रखने के लिए आमूलचूल परिवर्तन करने की जरूरत है और 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना करने तथा अवसरों का लाभ उठाने के लिए सुरक्षा परिषद में सुधारों पर ठोस प्रगति आवश्यक है।
संयुक्त राष्ट्र की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए अधिघोषणा पर अनौपचारिक विमर्श के कार्यक्रम में संयुक्त राष्ट्र में भारत के उप स्थायी प्रतिनिधि राजदूत के. नागराज नायडू ने कहा कि जब दुनिया लगातार जटिल चुनौतियों का सामना कर रही है ऐसे में हमें ‘‘बहुपक्षवाद के प्रति अपने सामूहिक संकल्प को पुन: पुष्ट करने की आवश्यकता है।’’
संरा इस वर्ष अपनी 75वीं वर्षगांठ मना रहा है। भारत लंबे समय से लंबित सुधार प्रक्रिया तेज करने की मांग कर रहा है। भारत का कहना है कि यह ऐतिहासिक वर्ष एक अवसर देता है जब हम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधारों के बारे में निर्णयात्मक कदम उठा सकते हैं।
भारत के अलावा ब्राजील, जर्मनी और जापान भी लंबे समय से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार की मांग कर रहे हैं। ये देश परिषद की स्थायी सदस्यता की मांग कर रहे हैं।
अंतर्राष्ट्रीय समसामियिकी 2 (25-Feb-2020)इक्कीसवीं सदी की चुनौतियों से निपटने के लिए यूएनएससी में सुधार बेहद आवश्यक: भारत(UNSC reform needed to deal with challenges of 21st century: India)
भारत ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र जैसी बहुपक्षीय संस्थाओं को अपनी विश्वसनीयता कायम रखने के लिए आमूलचूल परिवर्तन करने की जरूरत है और 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना करने तथा अवसरों का लाभ उठाने के लिए सुरक्षा परिषद में सुधारों पर ठोस प्रगति आवश्यक है।
संयुक्त राष्ट्र की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए अधिघोषणा पर अनौपचारिक विमर्श के कार्यक्रम में संयुक्त राष्ट्र में भारत के उप स्थायी प्रतिनिधि राजदूत के. नागराज नायडू ने कहा कि जब दुनिया लगातार जटिल चुनौतियों का सामना कर रही है ऐसे में हमें ‘‘बहुपक्षवाद के प्रति अपने सामूहिक संकल्प को पुन: पुष्ट करने की आवश्यकता है।’’
संरा इस वर्ष अपनी 75वीं वर्षगांठ मना रहा है। भारत लंबे समय से लंबित सुधार प्रक्रिया तेज करने की मांग कर रहा है। भारत का कहना है कि यह ऐतिहासिक वर्ष एक अवसर देता है जब हम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधारों के बारे में निर्णयात्मक कदम उठा सकते हैं।
भारत के अलावा ब्राजील, जर्मनी और जापान भी लंबे समय से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार की मांग कर रहे हैं। ये देश परिषद की स्थायी सदस्यता की मांग कर रहे हैं।