स्वास्थ्य समसामियिकी 1 (29-Nov-2020)
‘एचआईवी/एड्स पर UNAIDS की रिपोर्ट
(UNAIDS Report on HIV / AIDS)

Posted on November 29th, 2020 | Create PDF File

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UNAIDS के द्वारा आगामी 1 दिसम्बर को ‘विश्व एड्स दिवस’ से पहले एक रिपोर्ट “लोगों को केंद्र में रखकर महामारी के खिलाफ रोकथाम (Prevailing against pandemics by putting people at the centre)” को जारी किया गया है।इस रिपोर्ट के माध्यम से देशों से वैश्विक महामारी प्रतिक्रियाओं में अधिक से अधिक निवेश करने के साथ एचआईवी को समाप्त करने के लिए सुदृढ़ एवं नए महत्वाकांक्षी लक्ष्यों के अपनाने का आह्वान किया है।



रिपोर्ट में कहा गया है कि COVID-19 महामारी की चपेट में आने के कारण पहले से ही वैश्विक एड्स प्रतिक्रिया की स्थिति अच्छी नहीं थी, लेकिन कोरोनावायरस संक्रमण के तीव्र प्रसार ने इसके सामने और कठिनाइयाँ उत्पन्न कर दी है।एचआईवी प्रतिक्रिया पर कोविड- महामारी के दीर्घकालिक प्रभाव के आंकलन से पता चलता है कि 2020 से 2022 के बीच 1.23 लाख से 2.93 लाख अतिरिक्त नए एचआईवी संक्रमण के मामलों के साथ एड्स से संबंधित अतिरिक्त मौतों का आकड़ा 69 हजार से 1.48 लाख हो सकता हैं।

 

रिपोर्ट के अनुसार उप-सहारा अफ्रीका के कुछ देशों, जैसे बोत्सवाना और स्वाज़ीलैंड ने उल्लेखनीय रूप से अच्छा प्रदर्शन किया है और 2020 तक के लिए तय किए गए लक्ष्यों को हासिल कर लिया है या उससे भी आगे निकल गए हैं।

 

रिपोर्ट में एड्स की प्रतिक्रिया को सही दिशा में लाने के लिए 2025 के लिए नए लक्ष्यों के निर्धारण की भी बात की गयी है।UNAIDS ने अपने सहयोगियों के साथ 2025 के लिए प्रस्तावित लक्ष्यों के निर्धारण में व्यक्ति केन्द्रित दृष्टिकोण को प्रमुखता से शामिल कर रहा है, विशेषकर ऐसे लोग जो वंचित समूह से हैं और जिन्हें अधिक जोखिमों से जूझना पड़ता है। इसके अंतर्गत किशोर लड़कियाँ, युवा महिलाएं, यौन कर्मी, ट्रांसजेंडर, नशे के आदी और समलैंगिक व्यक्तियों आदि को केंद्र में रखकर इन लक्ष्यों को निर्धारित किया जाना है।इसके अलावा यह लक्ष्य एचआईवी और प्रजनन तथा यौन स्वास्थ्य सेवाओं के उच्च कवरेज के साथ-साथ दंडात्मक कानूनों और नीतियों के द्वारा कलंक और भेदभाव को कम करने पर केंद्रित रहेंगे।नए एचआईवी सेवा वितरण का उद्देश्य एचआईवी के बढ़े जोखिम में रह रहे प्रत्येक उप-जनसंख्या वर्ग के लिए 95% कवरेज प्राप्त करना है। व्यक्ति-केंद्रित दृष्टिकोण अपनाने और हॉटस्पॉट पर ध्यान केंद्रित करने के माध्यम से देश एड्स जैसी महामारी को नियंत्रित करने में बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकते हैं।

 


एचआईवी एक प्रकार के जानलेवा इंफेक्शन से होने वाली गंभीर बीमारी है। इसे मेडिकल भाषा में ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस (human immunodeficiency virus- HIV) यानि एचआईवी के नाम से जाना जाता है। जबकि लोग इसे आम बोलचाल में एड्स के नाम से जानते हैं। इस रोग में जानलेवा इंफेक्शन व्यक्ति के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यून सिस्टम) पर हमला करता है। जिसकी वजह से शरीर सामान्य बीमारियों से लड़ने में भी अक्षम होने लगता है।‘ह्यूमन इम्यूनोडिफिशियेंसी वायरस (एचआईवी)’ संक्रमण, मानव शरीर में कुछ प्रकार के कैंसर एवं संक्रमण के ख़िलाफ लोगों की प्रतिरक्षा प्रणाली (रक्षा प्रणाली) को कमजोर करता है। इस इम्यूनोडिफिशियेंसी के परिणामस्वरुप संक्रमण, कैंसर और अन्य रोगों के प्रति संवेदनशीलता बढ़ जाती है, जिसमें स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग प्रतिरोध करते हैं।एचआईवी संक्रमण के सबसे उन्नत चरण को अक्वायर्ड इम्यूनोडिफिशियेंसी सिंड्रोम (एड्स) कहा जाता है। इसे बीस से अधिक अवसरवादी संक्रमणों या एचआईवी संबंधित कैंसर की किसी भी घटना से परिभाषित किया जाता है।

 


एचआईवी के लक्षण संक्रमण के स्तर के आधार पर भिन्न होते हैंI प्रारंभिक संक्रमण के बाद पहले कुछ हफ़्तों में व्यक्ति को किसी तरह के लक्षणों का अनुभव नहीं होता है या बुखार, सिरदर्द, दाने या गले में ख़राश सहित इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षण महसूस हो सकते है।संक्रमण बढ़ने पर किसी व्यक्ति में अन्य संकेत एवं लक्षण जैसे कि लिम्फ नोड्स में सूजन, वज़न में कमी, बुखार, दस्त और खांसी हो सकती है।उपचार के बिना उनमें गंभीर रोगों जैसे कि तपेदिक, मेनिन्जाइटिस, गंभीर बैक्टीरियल संक्रमण और कैंसर विकसित हो सकता हैं।

 


विश्व एड्स दिवस वर्ष 1988 से प्रतिवर्ष 1 दिसंबर को मनाया जाता है।इस दिवस को मनाने का उद्देश्य एचआईवी के बारे में लोगों की जागरूकता बढ़ाने, उन्हें शिक्षित करने और एक वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में सबकी समझ विकसित करना है।

 


UNAIDS सतत विकास लक्ष्यों के हिस्से के रूप में 2030 तक एक सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरे के रूप में विद्यमान एड्स को समाप्त करने के वैश्विक प्रयास का नेतृत्व कर रहा है।इसका लक्ष्य दुनिया में शून्य नए एचआईवी संक्रमण, एचआईवी संक्रमितों के प्रति शून्य भेदभाव और एड्स से संबंधित शून्य मौतों के अपने साझा दृष्टिकोण को प्राप्त करना है।

 


UNAIDS संयुक्त राष्ट्र के निम्नलिखित 11 सगठनों का संयुक्त प्रयास है:


* संयुक्‍त राष्‍ट्र शरणार्थी उच्‍चायुक्‍त कार्यालय (UNHCR)

* संयुक्‍त राष्‍ट्र बाल कोष (UNICEF)

* विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP)

* संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP)

* संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNFPA)

* संयुक्त राष्ट्र ड्रग्स और अपराध कार्यालय (UNODC)

* UN Women

* अंतराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO)

* संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (UNESCO)

* विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)

* विश्व बैंक