(द हिंदू से)अंतर्राष्ट्रीय समसामियिकी 1 (13-Feb-2019)
‘मानव-मशीन’ के गठजोड़ से 2022 तक होगा 13.3 करोड़ नौकरियों का सृजन : ओईसीडी
(The creation of 13.3 million jobs by the alliance of 'human-machine' by 2022: OECD)

Posted on February 13th, 2019 | Create PDF File

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आर्थिक सहयोग और विकास (ओईसीडी) का अनुमान है कि 2022 तक इंसानों और मशीनों के गठजोड़ से 13.3 करोड़ नयी नौकरियों का सृजन होगा।

 

विश्व सरकार शिखर सम्मेलन में यहां कहा गया है कि इससे 7.5 करोड़ नौकरियां खत्म भी हो सकती हैं।

 

ओईसीडी ने चौथी औद्योगिक क्रांति के लिए काम कर रही विभिन्न देशों की सरकारों और संस्थाओं को गरीबी हटाने के लिए, असमानता खत्म करने को, भेदभाव से मुकाबले और कोई भी तबका पीछे ना छूट जाए, इसे सुनिश्चित करने के लिए प्रौद्योगिकी में बदलाव से उत्पन्न अवसरों का इस्तेमाल और करीब से करने का आह्वान किया।

 

दुबई में चल रहे सातवें विश्व सरकार शिखर सम्मेलन में ‘चौथी औद्योगिक क्रांति के युग में अर्थव्यवस्था के भविष्य’ विषय पर आयोजित एक सत्र में ओईसीडी के महासचिव जोस एंजल गूरिया ने कहा कि यह महत्वपूर्ण बात है कि विभिन्न देश डिजिटल प्रौद्योगिकियों का उपयोग कर रहे जो समानता पैदा करने वाला बड़ा औजार है।

 

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चौथी औद्योगिक क्रांति-

 

यह एक सामूहिक शब्द है जो समकालीन स्वचालन, डाटा (आधार समाग्री) एक्सचेंज (अदला बदली) और विनिर्माण प्रौद्योगिकी को समाविष्ट करता है तथा जिस तरह से वर्तमान समय में व्यवसाय संपन्न हो रहे हैं, उसमें मूलभूत परिवर्तन को भी इंगित करता है।


• यह उन नवाचारों और प्रौद्योगिकियों के क्रांतिकारी प्रयोगों को संदर्भित करता है जो भौतिक, डिजिटल (अंकसंबंधी) तथा जैविक क्षेत्रों के बीच की रेखा को धूमिल कर रहे हैं।


• उदाहरण के लिए-चालक विहीन कारें, स्मार्ट (आकर्षक) रोबोटिक्स, कठोर और हल्के पदार्थ 3डी प्रिटिंग (छपाई) तकनीक का उपयोग करने वाली विनिर्माण प्रक्रियाएं, इंटरनेट ऑफ (का) थिंग्स (चीजें) तथा इंटरनेट ऑफ (का) सर्विसेज (सेवा) ।


• इनकी विशेषता सिर्फ ये नए नवाचार ही नहीं हैं, अपितु यह भी है कि ये नवाचार चरघातांकीय दर से बदल रहे हैं तथा इन विचारों के साथ संगति बैठाने में असमर्थ उद्योगों को उनकी उत्पादन संबंधी गतिविधयों में बाधाओं का भी सामना करना पड़ रहा है।


• नई प्रौद्योगिकी, सवंर्धित कनेक्टिविटी (संयोजकता), कृत्रिम बुद्धिमता आदि ने उद्योग संचालन, उपभोक्ता मांग और प्रतिस्पर्धा के स्वरूप को परिवर्तित कर दिया है।


• साधारण डिजिटल तकनीक (तृतीय औद्योगिक क्रांति) के दौर से नवाचारों की एक संपूर्ण दुनिया में कंपनियों के स्थानांतरण (चौथी औद्योगिक क्रांति) ने उन्हें व्यवसाय करने के परंपरागत तरीकों मेंं परिवर्तन करने के लिए विवश कर दिया है।


विभिन्न औद्योगिक क्रांतियाँ-


• जल एवं वाष्प चालित यंत्रीकृत उत्पादन के प्रयोग कारण 18वीं शताब्दी में प्रथम औद्योगिक क्रांति की शुरूआत हुई थी।


• 19वीं शताब्दी में द्वितीय औद्योगिक क्रांति की शुरूआत हुई। इसकी प्रमुख विशेषता विद्युत संचालित मशीनों के प्रयोग से बड़े पैमाने पर उत्पादन को संभव बनाना था।


• तीसरी औद्योगिक क्रांति की शुरूआत 1960 के दशक में हुई। इसके तहत इलेक्ट्रॉनिक्स तथा सूचना प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल स्वचालित उत्पादन के लिए किया गया।


• अब डिजिटल क्रांति पर आधारित चौथी औद्योगिक क्रांति घटित हो रही है।