राष्ट्रीय समसामयिकी 2(11-Mar-2023)^एकीकृत बागवानी विकास मिशन^(Mission for Integrated Horticulture Development)
Posted on March 11th, 2023
एकीकृत बागवानी विकास मिशन (MIDH) के तहत विभिन्न राज्यों में द्विपक्षीय सहयोग या अनुसंधान संस्थानों के माध्यम से उत्कृष्टता केंद्र (CoE) स्थापित किये जा रहे हैं।
ये उत्कृष्टता केंद्र बागवानी के क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों के प्रदर्शन और प्रशिक्षण केंद्रों के रूप में कार्य करते हैं।
स्वीकृत किये गए 3 उत्कृष्टता केंद्रों में शामिल हैं:
बंगलूरू, कर्नाटक में कमलम् (ड्रैगन फ्रूट) के लिये उत्कृष्टता केंद्र
जाजपुर, ओडिशा में आम और सब्जियों के लिये उत्कृष्टता केंद्र
पोंडा, गोवा में सब्जियों और फूलों के लिये उत्कृष्टता केंद्र
MIDH फलों, सब्जियों और अन्य क्षेत्रों को शामिल करने वाले बागवानी क्षेत्र के समग्र विकास के लिये एक केंद्र प्रायोजित योजना है।
MIDH के तहत सरकार सभी राज्यों में विकासात्मक कार्यक्रमों के लिये कुल परिव्यय का 60% योगदान करती है (पूर्वोत्तर और हिमालयी राज्यों को छोड़कर जहाँ भारत सरकार 90% योगदान करती है) तथा 40% का योगदान राज्य सरकारों द्वारा दिया जाता है।
राष्ट्रीय समसामयिकी 2(11-Mar-2023)एकीकृत बागवानी विकास मिशन(Mission for Integrated Horticulture Development)
एकीकृत बागवानी विकास मिशन (MIDH) के तहत विभिन्न राज्यों में द्विपक्षीय सहयोग या अनुसंधान संस्थानों के माध्यम से उत्कृष्टता केंद्र (CoE) स्थापित किये जा रहे हैं।
ये उत्कृष्टता केंद्र बागवानी के क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों के प्रदर्शन और प्रशिक्षण केंद्रों के रूप में कार्य करते हैं।
स्वीकृत किये गए 3 उत्कृष्टता केंद्रों में शामिल हैं:
बंगलूरू, कर्नाटक में कमलम् (ड्रैगन फ्रूट) के लिये उत्कृष्टता केंद्र
जाजपुर, ओडिशा में आम और सब्जियों के लिये उत्कृष्टता केंद्र
पोंडा, गोवा में सब्जियों और फूलों के लिये उत्कृष्टता केंद्र
MIDH फलों, सब्जियों और अन्य क्षेत्रों को शामिल करने वाले बागवानी क्षेत्र के समग्र विकास के लिये एक केंद्र प्रायोजित योजना है।
MIDH के तहत सरकार सभी राज्यों में विकासात्मक कार्यक्रमों के लिये कुल परिव्यय का 60% योगदान करती है (पूर्वोत्तर और हिमालयी राज्यों को छोड़कर जहाँ भारत सरकार 90% योगदान करती है) तथा 40% का योगदान राज्य सरकारों द्वारा दिया जाता है।