अंतर्राष्ट्रीय समसामियिकी 2 (04-Mar-2021)
भारत, ‘आंशिक रूप से स्वतंत्र’ के रूप में वर्गीकृत: अमेरिकी थिंकटैंक रिपोर्ट
(India, classified as 'partially independent': US thinktank report)

Posted on March 4th, 2021 | Create PDF File

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हाल ही में, अमेरिकी थिंक टैंक ‘फ्रीडम हाउस’ द्वारा ‘फ्रीडम इन द वर्ल्ड 2021: डेमोक्रेसी अंडर सीज’ शीर्षक से एक रिपोर्ट जारी की गयी है।

 

 

रिपोर्ट के प्रमुख निष्कर्ष:

भारत में लोगों की स्वतंत्रता पहले से कुछ कम हुई है, जिसके परिणामस्वरूप भारत को ‘आंशिक रूप से स्वतंत्र’ (Partly Free) के रूप में वर्गीकृत किया गया है।रिपोर्ट में भारत को 100 में से 67 नंबर दिए गए हैं, जबकि पिछले वर्ष भारत को 100 में से 71 नंबर दिए गए थे।भारत के अंक कम करने के पीछे का कारण सरकार और उसके सहयोगी पार्टियों की ओर से आलोचकों पर शिकंजा कसना बताया गया है।निजी मीडिया काफी ओजपूर्ण एवं विविधतापूर्ण है, और इसके द्वारा तहकीकात और राजनीतिज्ञों की छान-बीन की जाती रही है। हालांकि, मोदी सरकार के तहत प्रेस की स्वतंत्रता पर हमलों में नाटकीय रूप से वृद्धि हुई है, और हाल के वर्षों में रिपोर्टिंग काफी कम-महत्वाकांक्षी हो गई है।आलोचनात्मक मीडिया की आवाज को शांत करने के लिए सुरक्षा, मानहानि, देशद्रोह और अदालती कानूनों की अवमानना ​​का इस्तेमाल किया गया है।एक ओर राजनेताओं, व्यापार अधिकारियों और लॉबिस्टों (lobbyists) के बीच घनिष्ठ संबंधों के खुलासे हुए हैं, और दूसरी तरफ मीडिया के प्रमुख व्यक्तियों और मीडिया आउटलेट्स के मालिकों ने प्रेस में जनता के विश्वास को क्षति पहुचाई है।

 


अमेरिका और चीन में स्वतंत्रता:

फ्रीडम हाउस की इस रिपोर्ट में चीन को लोकतंत्र और नागरिकों की आजादी के मामले में सबसे बुरा बताया गया है।पिछले एक वर्ष में अमेरिका का स्थान तीन अंक नीचे गिरा है, और इसे को 100 में से 83 नंबर दिए गए हैं।संयुक्त राज्य अमेरिका को अपने संस्थागत सुरक्षा उपायों को मजबूत करने, नागरिक मानदंडों को बहाल करने और अपने मूल सिद्धांतों संबंधी वादों को बनाए रखने के लिए सख्ती से काम करने की आवश्यकता है।चीन, को ‘स्वतंत्र नहीं’ (Not Free) के रूप में वर्गीकृत किया गया है, और इसे पिछले साल से एक स्थान नीचे जगह दी गयी है, और इसे 100 में से 9 नंबर दिए गए हैं।विश्व में सर्वाधिक आबादी वाले तानाशाही देश चीन में शासन का विघातक प्रभाव, विशेष रूप से 2020 में काफी गंभीर देखा गया।

 


रिपोर्ट के बारे में:

वर्ष 1973 से, ‘फ्रीडम हाउस’, विश्व भर में राजनीतिक अधिकारों और नागरिक स्वतंत्रता की स्थिति का आकलन कर रही है। नीति निर्माताओं, पत्रकारों, शिक्षाविदों, कार्यकर्ताओं और कई अन्य लोगों द्वारा इसका उपयोग नियमित रूप से किया जाता है।

 

देशों की रैंकिंग किस प्रकार की जाती है?

रिपोर्ट की कार्यप्रणाली में व्यापक रूप से वर्ष 1948 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अपनाई गई मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा के मापकों का उपयोग किया जाता है।‘फ्रीडम इन द वर्ल्ड’, वस्तुतः विश्व की सरकारों या सरकारी प्रदर्शन के बजाय प्रति व्यक्ति के लिए प्राप्त अधिकारों और स्वतंत्रता का आकलन करती है।

 

रिपोर्ट में दिए जाने वाले अंको के तहत किन विषय-क्षेत्रों को शामिल किया जाता है?

 

* चुनावी प्रक्रिया

* राजनीतिक बहुलवाद और भागीदारी

* सरकार का कार्य

* अभिव्यक्ति और विश्वास की स्वतंत्रता

* एसोसिएशन और संगठनात्मक अधिकार

* कानून का शासन

* व्यक्तिगत स्वायत्तता और व्यक्तिगत अधिकार