विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी समसामयिकी 1 (5-Apr-2021)^IIT कानपुर ने दृष्टिबाधित लोगों के लिए विकसित की स्पर्श-संवेदनशील घड़ी^(IIT Kanpur developed a touch-sensitive watch for the visually impaired)
Posted on April 5th, 2021
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर (IIT-K) के एक प्रोफेसर और एक शोध सहयोगी, ने दृष्टिबाधित लोगों के लिए सही समय ज्ञात करने के लिए एक नॉवल स्पर्श-संवेदनशील घड़ी विकसित की है।
घड़ी का विकास आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर सिद्धार्थ पांडा (Siddhartha Panda) और विश्वराज श्रीवास्तव (Vishwaraj Srivastava) ने किया था।
हमने जो घड़ी विकसित की है वह स्पर्शशील इंटरफ़ेस के साथ एक हैप्टिक घड़ी है जो दृष्टिबाधित लोगों के लिए समय पढ़ने के लिए आसान बनाता है।
घड़ी में विभिन्न आकृतियों के स्पर्शनीय ऑवर इंडिकेटर्स होते हैं, जो दृष्टिबाधित लोगों के लिए उन्हें पहचानना आसान बनाते हैं।
उपयोगकर्ता को टच-सेंसिटिव वॉच के ऑवर इंडिकेटर्स को टच और स्कैन करना होता है और विभिन्न वाइब्रेशन पैटर्न की मदद से घड़ी समय की जानकारी देती है जो उपयोगकर्ता को आसानी से मिलती है।
इस तरह, व्यक्ति समय पढ़ने में सक्षम है।
विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी समसामयिकी 1 (5-Apr-2021)IIT कानपुर ने दृष्टिबाधित लोगों के लिए विकसित की स्पर्श-संवेदनशील घड़ी(IIT Kanpur developed a touch-sensitive watch for the visually impaired)
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर (IIT-K) के एक प्रोफेसर और एक शोध सहयोगी, ने दृष्टिबाधित लोगों के लिए सही समय ज्ञात करने के लिए एक नॉवल स्पर्श-संवेदनशील घड़ी विकसित की है।
घड़ी का विकास आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर सिद्धार्थ पांडा (Siddhartha Panda) और विश्वराज श्रीवास्तव (Vishwaraj Srivastava) ने किया था।
हमने जो घड़ी विकसित की है वह स्पर्शशील इंटरफ़ेस के साथ एक हैप्टिक घड़ी है जो दृष्टिबाधित लोगों के लिए समय पढ़ने के लिए आसान बनाता है।
घड़ी में विभिन्न आकृतियों के स्पर्शनीय ऑवर इंडिकेटर्स होते हैं, जो दृष्टिबाधित लोगों के लिए उन्हें पहचानना आसान बनाते हैं।
उपयोगकर्ता को टच-सेंसिटिव वॉच के ऑवर इंडिकेटर्स को टच और स्कैन करना होता है और विभिन्न वाइब्रेशन पैटर्न की मदद से घड़ी समय की जानकारी देती है जो उपयोगकर्ता को आसानी से मिलती है।