सिविल हिन्दी ५ - भाग - 45 (Civil Hindi 5 - Part - 45)
परिक्षोपयोगी मुहावरे - भाग - 4 (Part - 4)
Posted on January 18th, 2019 | Create PDF File
परिक्षोपयोगी मुहावरे
भाग - 4 (Part - 4)
(अ) मुहावरा - कलई खुलना
अर्थ - भेद प्रकट होना
वाक्य प्रयोग - सी॰बी॰आई॰ की छान - बीन के बाद आख़िरकार उस नेता की कलई खुल ही गयी।
(ब) मुहावरा - किस खेत की मूली
अर्थ - नगण्य
वाक्य प्रयोग - बड़े बड़े पहलवान उससे हार चुके हैं फिर तुम किस खेत की मूली हो।
(स) मुहावरा - घी के दिये जलाना
अर्थ - अत्यंत प्रसन्न होना
वाक्य प्रयोग - पाँच सालों बाद परीक्षा में सफल होने पर उसने घी के दिये जलाये।
(द) मुहावरा - गाल बजाना
अर्थ - बकवास करना
वाक्य प्रयोग - अक्रिय व्यक्ति केवल गाल बजाना जानता है।
(य) मुहावरा - आस्तीन का साँप होना
अर्थ - विश्वासघाती होना
वाक्य प्रयोग - मैंने उस पर भरोसा किया लेकिन वह तो आस्तीन का साँप निकला।