सिविल हिन्दी ५ - भाग - 67 (Civil Hindi 5 - Part - 67)
समास
Posted on February 15th, 2019 | Create PDF File
समास
(अ) समास - शब्द : बारम्बार
समास - विग्रह : बार - बार
समास का नाम : अव्ययीभाव समास
व्याख्या : जिस समास में प्रथम पद प्रधान हो, उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं।
(ब) समास - शब्द : चिड़ीमार
समास - विग्रह : चिड़िया को मारने वाला
समास का नाम : तत्पुरुष समास
व्याख्या : जिस समास में पूर्व पद गौण तथा उत्तर पद प्रधान होता है, उसे तत्पुरुष समास कहते हैं।
(स) समास - शब्द : महाकवि
समास - विग्रह : महान है जो कवि
समास का नाम : कर्मधारय समास
व्याख्या : जिस समास में पूर्व तथा उत्तर पद दोनों प्रधान होते हैं, उसे कर्मधारय समास कहते हैं।
(द) समास - शब्द : त्रिफला
समास - विग्रह : तीन फलों का समाहार
समास का नाम : द्विगु समास
व्याख्या : जिस समास का प्रथम पद संख्यावाचक तथा अंतिम पद संज्ञा हो, उसे द्विगु समास कहते हैं।
(य) समास - शब्द : शीतोष्ण
समास - विग्रह : शीत और उष्ण
समास का नाम : द्वन्द समास
व्याख्या : जिस समास में दोनों पद प्रधान हों तथा दोनों पद संज्ञा अथवा उसके समूह से हों, उसे द्वन्द समास कहते हैं। इसमें "और" , "व" , "अथवा" आदि का लोप पाया जाता है।
(र) समास - शब्द : चक्रधर
समास - विग्रह : चक्र को धारण करता है जो (अर्थात् विष्णु)
समास का नाम : बहुव्रीही समास
व्याख्या : जिस समास में अन्य पद की प्रधानता रहती है, अर्थात जिसका सामासिक अर्थ उससे भिन्न होता है, उसे बहुव्रीही समास कहते हैं।