अर्थव्यवस्था समसामियिकी 2 (6-Apr-2020)^ कोरोना संकट: अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव, जा सकती हैं 52 प्रतिशत नौकरियां : सीआईआई सीईए सर्वेक्षण ^(Corona Crisis: Deep Impact on the Economy, 52% Jobs Can Go: CII Snap Poll)
Posted on April 7th, 2020
कोरोना वायरस के सामुदायिक फैलाव को रोकने के लिए किए गए 21 दिन के देशव्यापी पाबंदियों का अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव होगा। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) एक सर्वेक्षण के हवाले से भारी संख्या में लोगों की नौकरी जाने का अंदेशा जताया है।
सीआईआई के करीब 200 मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के बीच किए गए ऑनलाइन सर्वेक्षण ‘सीआईआई सीईओ स्नैप पोल’ के मुताबिक मांग में कमी से ज्यादातर कंपनियों की आय गिरी है। इससे नौकरियां जाने का अंदेशा है।
सर्वेक्षण के अनुसार, ‘‘चालू तिमाही (अप्रैल -जून) और पिछली तिमाही (जनवरी-मार्च) के दौरान अधिकांश कंपनियों की आय में 10 प्रतिशत से अधिक कमी आने की आशंका है और इससे उनका लाभ दोनों तिमाहियों में पांच प्रतिशत से अधिक गिर सकता है।’’ सीआईआई ने कहा, ‘‘घरेलू कंपनियों आय और लाभ दोनों में इस तेज गिरावट का असर देश की आर्थिक वृद्धि दर पर भी पड़ेगा। रोजगार के स्तर पर इनसे संबंधित क्षेत्रों में 52 प्रतिशत तक नौकरियां कम हो सकती हैं।’’ सर्वेक्षण के अनुसार लॉकडाउन खत्म होने के बाद 47 प्रतिशत कंपनियों में 15 प्रतिशत से कम नौकरियां जाने की संभावना है। वहीं 32 प्रतिशत कंपनियों में नौकरियां जाने की दर 15 से 30 प्रतिशत होगी।
अर्थव्यवस्था समसामियिकी 2 (6-Apr-2020) कोरोना संकट: अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव, जा सकती हैं 52 प्रतिशत नौकरियां : सीआईआई सीईए सर्वेक्षण (Corona Crisis: Deep Impact on the Economy, 52% Jobs Can Go: CII Snap Poll)
कोरोना वायरस के सामुदायिक फैलाव को रोकने के लिए किए गए 21 दिन के देशव्यापी पाबंदियों का अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव होगा। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) एक सर्वेक्षण के हवाले से भारी संख्या में लोगों की नौकरी जाने का अंदेशा जताया है।
सीआईआई के करीब 200 मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के बीच किए गए ऑनलाइन सर्वेक्षण ‘सीआईआई सीईओ स्नैप पोल’ के मुताबिक मांग में कमी से ज्यादातर कंपनियों की आय गिरी है। इससे नौकरियां जाने का अंदेशा है।
सर्वेक्षण के अनुसार, ‘‘चालू तिमाही (अप्रैल -जून) और पिछली तिमाही (जनवरी-मार्च) के दौरान अधिकांश कंपनियों की आय में 10 प्रतिशत से अधिक कमी आने की आशंका है और इससे उनका लाभ दोनों तिमाहियों में पांच प्रतिशत से अधिक गिर सकता है।’’ सीआईआई ने कहा, ‘‘घरेलू कंपनियों आय और लाभ दोनों में इस तेज गिरावट का असर देश की आर्थिक वृद्धि दर पर भी पड़ेगा। रोजगार के स्तर पर इनसे संबंधित क्षेत्रों में 52 प्रतिशत तक नौकरियां कम हो सकती हैं।’’ सर्वेक्षण के अनुसार लॉकडाउन खत्म होने के बाद 47 प्रतिशत कंपनियों में 15 प्रतिशत से कम नौकरियां जाने की संभावना है। वहीं 32 प्रतिशत कंपनियों में नौकरियां जाने की दर 15 से 30 प्रतिशत होगी।