राज्य समसामयिकी 1 (14-Apr-2021)
चंडीगढ़ का साइकिलिंग नीति मसौदा
(Chandigarh's Cycling Policy Draft)

Posted on April 14th, 2021 | Create PDF File

hlhiuj

हाल ही में, चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा, अपनी तरह का पहला, ‘साइकिल चलाने संबंधी नीति’ अर्थात ‘साइकिलिंग नीति’ का मसौदा जारी किया गया है।

भारत में किसी शहर द्वारा पहली बार साइकिलिंग नीति का मसौदा तैयार किया गया है। यह मसौदा चंडीगढ़ स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा तैयार किया गया है।

 

मसौदे के प्रमुख बिंदु:

महिला साइकिल चालकों के लिए पैनिक बटन से लैस सुरक्षित शरणस्थान।

 

कार्यालयों के बाहर पार्किंग के लिए छतदार जगह।

 

प्रत्येक सात दिनों तक काम पर साइकिल से जाने पर आधे दिन का अवकाश दिया जाएगा।

 

एक विशिष्ट दूरी तक साइकिल से आने-जाने पर मौद्रिक प्रोत्साहन।

 

दुर्घटनाओं की आशंकाओं को कम करने हेतु गैर-मोटर चालित परिवहन लाइनों में वृद्धि।

 

प्रत्येक सरकारी कार्यालय तथा सभी प्रकार के निजी संस्थानों द्वारा काम पर साइकिल से आने को प्रोत्साहित करने हेतु एक अलग नीति तैयार की जाएगी।

 

सुरक्षा बढ़ाने के लिए, महिलाओं और विकलांग व्यक्तियों के लिए, 24X7 सीसीटीवी निगरानी और पैनिक बटन से लैस सुरक्षित शरणस्थान बनाए जाने चाहिए।

 

नीति की आवश्यकता:

‘साइकिलिंग नीति’, शहर में साइकिल-चलाने को प्रोत्साहित करने हेतु सरकार का एक शक्तिशाली उपकरण हो सकता है। यह पर्यावरण अनुकूल, स्वच्छ और टिकाऊ परिवहन का एक साधन है। यह, शहरी क्षेत्रों में कम दूरी की यात्रा के लिए कारों का विकल्प हो सकती है। अतः, शहरी परिवहन नीति के तहत, साइकिलिंग पर, शहरी यात्रा और अन्य भूमि उपयोग नीतियों के साथ एकीकृत संदर्भ में विचार करना चाहिए।

 

साइकिल चलाने के लाभ:

उत्सर्जन और शोर से मुक्त।

 

लागत प्रभावी- इसे मामूली कीमत पर खरीदा जा सकता है और मरम्मत जा सकती है और यह ऊर्जा-सक्षम भी है।

 

इसके लिए कम स्थान की जरूरत होती है, और कारों के लिए जरूरी पार्किंग सुविधाएं आदि की तुलना में कम लागत पर साइकिल पथ और पार्किंग सुविधाएं विकसित की जा सकती हैं।