विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी समसामयिकी 1 (8-January-2022)
ऑटोमेटिक जनरेशन कंट्रोल
(Automatic Generation Control)

Posted on January 9th, 2022 | Create PDF File

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केंद्रीय बिजली और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री ने हाल ही में ‘ऑटोमेटिक जनरेशन कंट्रोल’ (AGC) राष्ट्र को समर्पित किया है।

 

‘ऑटोमेटिक जनरेशन कंट्रोल’ प्रत्येक चार सेकेंड में बिजली संयंत्रों को सिग्नल भेजता है, ताकि देश की बिजली व्यवस्था की फ्रीक्वेंसी और विश्वसनीयता बनी रह सके।

 

यह वर्ष 2030 तक 500 GW गैर-जीवाश्म ईंधन-आधारित उत्पादन क्षमता के सरकार के महत्त्वाकांक्षी लक्ष्य को प्राप्त करने में सुविधा प्रदान करेगा।

 

‘ऑटोमेटिक जनरेशन कंट्रोल’ का संचालन नेशनल लोड डिस्पैच सेंटर के माध्यम से ‘पावर सिस्टम ऑपरेशन कॉरपोरेशन’ (POSOCO) द्वारा किया जा रहा है।

 

इसके माध्यम से यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि ग्रिड आवृत्ति हमेशा 49.90-50.05 हर्ट्ज बैंड के भीतर बनी रहे।

 

राज्य द्वारा संचालित पावर सिस्टम ऑपरेशन कॉरपोरेशन ‘नेशनल लोड डिस्पैच सेंटर’ (NLDC) और ‘क्षेत्रीय लोड डिस्पैच सेंटर’ (RLDC) तथा ‘राज्य लोड डिस्पैच सेंटर’ (SLDC) के माध्यम से देश के महत्त्वपूर्ण बिजली लोड प्रबंधन कार्यों की देखरेख करता है।

 

भारत में राष्ट्रीय ग्रिड बनाने वाले पाँच क्षेत्रीय ग्रिडों के लिये 33 SLDCs, पाँच RLDCs और एक NLDC है।