आधिकारिक बुलेटिन 1 (10-Feb-2021)
प्रौद्योगिकी सूचना, पूर्वानुमान एवं मूल्यांकन परिषद् ने अपना 34वां स्थापना दिवस मनाया
(Technology Information, Forecasting and Evaluation Council celebrated its 34th Foundation Day)

Posted on February 10th, 2021 | Create PDF File

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विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अंतर्गत कार्यरत एक स्वायत्त संगठन ‘प्रौद्योगिकी सूचना, पूर्वानुमान और मूल्यांकन परिषद् (टाइफैक)’ ने बुधवार को नई दिल्ली में अपना 34वां स्थापना दिवस मनाया। स्थापना दिवस कार्यक्रम की थीम- “आत्म निर्भर भारत के लिए प्रौद्योगिकी, नवाचार और अर्थव्यवस्था” थी।

 

इस अवसर पर टाईफैक के दो नई पहल- पहला सक्षम (श्रमिक शक्ति मंच)– एक ऐसा जॉब पोर्टल, जो एमएसएमई की ज़रूरतों और श्रमिकों के कौशल को एक साझा मंच प्रदान करेगा, जिससे श्रमिकसीधे एमएसएमई से जुड़ेंगे और करीब 10 लाख श्रमिकों को रोज़गार मिलेगा, और दूसरा राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को मज़बूती देने के उद्देश्य सेसमुद्री शैवालों की व्यावसायिक खेती और इसके प्रसंस्करण के लिए सीवीड मिशन (Seaweed Mission)को लॉन्च किया गया।

 

सक्षम जॉब पोर्टल ठेकेदारों की भूमिका को खत्म करने के साथ-साथ श्रमिकों के कौशल दक्षता के स्तर की पहचान करने और उनके लिए स्किल कार्ड विकसित करने में मदद करेगा।

 

 

सीवीड मिशन (Seaweed Mission)

एक अनुमान के मुताबिक, यदि समुद्री शैवालों की खेती 10 मिलियन हेक्टेयर या भारत के EEZ क्षेत्र के 5% में की जाती है, तो यह 50 मिलियन लोगों को रोज़गार प्रदान कर सकता है, नए समुद्री शैवाल इंडस्ट्री की स्थापना हो सकती है, राष्ट्रीय जीडीपी में अहम योगदान दे सकता है, समुद्री उत्पादकता को बढ़ा सकता है, लाखों टन सीओ2 को अलग कर सकता है, एक स्वस्थ सागर का निर्माण कर सकता है और करीब 6.6 बिलियन लीटर जैविक- इथानॉल का उत्पादन कर सकता है।

देश की अर्थव्यवस्था को मज़बूत करने की दिशा में अतिरिक्त योगदान देने के लिए समुद्री शैवालों की व्यावसायिक खेती और इसके प्रसंस्करण के लिए टाइफैक अन्य संबंधित मंत्रालयों के साथ मिलकर एक मॉडल प्रस्तुत करेगा।

 

सक्षम (SAKSHAM)

कोविड-19 महामारी के चलते लोगों की नौकरियां गईं, जिस वजह से श्रमिकों को मज़बूरन अपने मूल घरों पर वापस लौटना पड़ा। लेकिन अब टाइफैड ने सक्षम नाम से एक ऐसा जॉब पोर्टल विकसित किया है, जो देशभर में एमएसएमई की ज़रूरतों और श्रमिकों के कौशल को आपस में जोड़कर एक साझा मंच प्रदान करेगा।

 

इससे श्रमिक सीधे एमएसएमई से जुड़ सकेंगे, जिससे करीब 10 लाख लोगों को रोज़गार मिलेगा। इस पोर्टल की मदद से श्रमिकों को नौकरी मिलने की प्रक्रिया के बीच आने वाले श्रमिक ठेकेदार खत्म हो जाएंगे, और श्रमिकों के कौशल दक्षता स्तर की पहचान और उनके लिए स्किल कार्ड्स विकसित करने में मदद मिलेगी। यह पोर्टल श्रमिकों को अपने आसपास मौजूद एमएसएमई में नौकरी ढूंढ़ने के दौरान आने वाली परेशानियों को कम करेगा।