आधिकारिक बुलेटिन 2 (4-Feb-2021)
कर्नाटक के मांड्या जिले में लिथियम निक्षेप
(Lithium deposits in Mandya district of Karnataka)

Posted on February 4th, 2021 | Create PDF File

hlhiuj

हाल ही में, परमाणु खनिज अन्वेषण एवं अनुसंधान निदेशालय (Atomic Minerals Directorate for Exploration and Research- AMD) द्वारा पृथ्वी की सतह एवं इसकी उप-सतह पर, किए गए, प्रारंभिक सर्वेक्षणों से मांड्या ज़िले, कर्नाटक के मार्लगल्ला-अल्लापटना (Marlagalla – Allapatna) क्षेत्र की पेग्माटाइट चट्टानों में 1,600 टन लिथियम संसाधनों की मौजूदगी का पता चला है।

 

यह एक नरम तथा चांदी के समान सफेद धातु होती है तथा मानक परिस्थितियों में, यह सबसे हल्की धातु और सबसे हल्का ठोस तत्व है। यह अत्यधिक प्रतिक्रियाशील और ज्वलनशील होती है अत: इसे खनिज तेल में संगृहित किया जाना चाहिये। यह एक क्षारीय एवं दुर्लभ धातु है।

 

इसमें किसी भी ठोस तत्व की तुलना में उच्चतम विशिष्ट ऊष्मा क्षमता होती है। लिथियम का सिंगल बैलेंस इलेक्ट्रॉन इसे विद्युत् का अच्छा संवाहक बनाता है। यह ज्वलनशील होता है तथा हवा एवं पानी के संपर्क में आने पर विस्फोटित भी हो सकता है।

 

लिथियम, नई प्रौद्योगिकियों के लिए एक महत्वपूर्ण तत्व है और इसका उपयोग सिरेमिक, शीशा, दूरसंचार और अंतरिक्ष संबंधी उद्योगों में किया जाता है। लिथियम का सर्वाधिक उपयोग मुख्य रूप से, लिथियम आयन बैटरी निर्माण में, लूब्रिकैटिंग ग्रीस, एल्युमिनियम के साथ विमान के पुर्जे बनाने में, रॉकेट प्रणोदकों के लिए उच्च ऊर्जा योजक, मोबाइल फोन के लिए ऑप्टिकल मॉड्यूलेटर तथा थर्मोन्यूक्लियर अभिक्रियाओं में किया जाता है।