सिविल हिन्दी ५ - भाग - 3 (Civil Hindi 5 - Part - 3)

Posted on November 30th, 2018 | Create PDF File

hlhiuj

वाक्य - शुद्धि

 

 

(अ).  अशुद्ध - वाक्य : इस यंत्र की उत्पत्ति दो सौ वर्ष पूर्व हुई थी।

        शुद्ध - वाक्य : इस यंत्र का आविष्कार दो सौ वर्ष पूर्व हुआ था।

        व्याख्या : उपरोक्त अशुद्ध वाक्य में संज्ञा सम्बन्धी अशुद्धि है।(यंत्र का "आविष्कार" होता है "उत्पत्ति" नहीं)

 

 

 

 

(ब). अशुद्ध - वाक्य : जिसने परिश्रम किया, उन्होंने ही फल पाये।

       शुद्ध - वाक्य : जिसने परिश्रम किया, उसने ही फल पाया।

       व्याख्या : उपरोक्त अशुद्ध वाक्य में सर्वनाम सम्बन्धी अशुद्धि है।(वाक्य की शुरुआत एकवचन से हुई है अतः अन्तिम कथन भी एकवचन ही होगा)

 

 

 

(स). अशुद्ध - वाक्य : मैं उनको धन्यवाद देता हूँ।

       शुद्ध - वाक्य : मैं उनका धन्यवाद करता हूँ।

       व्याख्या : उपरोक्त अशुद्ध वाक्य में क्रिया सम्बन्धी अशुद्धि है।(धन्यवाद किया जाता है दिया नहीं जाता)

 

 

 

(द). अशुद्ध - वाक्य : सभी कामों के लिए आपको फ़ीस देना ही पड़ेगा।

       शुद्ध - वाक्य : सभी कामों के लिए आपको फ़ीस देनी ही पड़ेगी।

       व्याख्या : उपरोक्त अशुद्ध वाक्य में लिंग सम्बन्धी अशुद्धि है।(फ़ीस स्त्रीलिंग शब्द है पुल्लिंग नहीं)

 

 

 

(य). अशुद्ध - वाक्य : उन्होंने बीसियों लेखकों का निर्माण किये। 

       शुद्ध - वाक्य : उन्होंने बीसियों लेखक तैयार किये।

       व्याख्या : उपरोक्त अशुद्ध वाक्य में संज्ञा सम्बन्धी अशुद्धि है।(लेखकों का निर्माण नहीं किया जाता उन्हें तैयार किया जाता है)