आधिकारिक बुलेटिन -7 (31-July-2019)^अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के कार्यकारी निदेशक (भारत) डॉ. सुबीर वी. गोकर्ण का आकस्मिक निधन ^(Sudden demise of Dr. SUBIR V. Gokarn, Executive Director (India) at the International Monetary Fund)
Posted on July 31st, 2019
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के कार्यकारी निदेशक (भारत) डॉ. सुबीर वी. गोकर्ण का 30 जुलाई, 2019 को यूएसए में आकस्मिक निधन हो गया। डॉ. गोकर्ण का जन्म 3 अक्टूबर, 1959 को हुआ था। उनका उल्लेखनीय कार्यकाल तीन दशकों तक रहा। वे एक प्रसिद्ध अर्थशास्त्री थे और उन्होंने दिसंबर, 2015 में आईएमएफ कार्यकारी परिषद में ईडी (भारत) का कार्यभार संभाला था जो इस वर्ष अक्टूबर में समाप्त होने वाला था।
आईएमएफ में नियुक्ति से पहले डॉ. गोकर्ण नई दिल्ली में ब्रुकिंग्स इंडिया के निदेशक (शोध) थे। वे भारतीय रिजर्व बैंक के सबसे कम उम्र के डिप्टी गवर्नरों में से एक थे। उन्होंने स्टैंडर्ड एंड पुअर, नेशनल काउंसिल ऑफ अप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च (एनसीएईआर) और इंदिरा गांधी शोध विकास संस्थान में भी कार्य किया।
वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने श्रद्धांजलि देते हुए उनकी बुद्धिमता और आईएमएफ में भारत की चिंताओं को स्पष्ट करने की क्षमता को याद किया। डॉ. गोकर्ण अपने पीछे पत्नी श्रीमती ज्योत्सना बापट और पुत्री सुश्री कनक गोकर्ण को छोड़ गए हैं। देश के प्रति बहुमूल्य योगदान के लिए वे हमेशा याद किए जाएंगे।
आधिकारिक बुलेटिन -7 (31-July-2019)अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के कार्यकारी निदेशक (भारत) डॉ. सुबीर वी. गोकर्ण का आकस्मिक निधन (Sudden demise of Dr. SUBIR V. Gokarn, Executive Director (India) at the International Monetary Fund)
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के कार्यकारी निदेशक (भारत) डॉ. सुबीर वी. गोकर्ण का 30 जुलाई, 2019 को यूएसए में आकस्मिक निधन हो गया। डॉ. गोकर्ण का जन्म 3 अक्टूबर, 1959 को हुआ था। उनका उल्लेखनीय कार्यकाल तीन दशकों तक रहा। वे एक प्रसिद्ध अर्थशास्त्री थे और उन्होंने दिसंबर, 2015 में आईएमएफ कार्यकारी परिषद में ईडी (भारत) का कार्यभार संभाला था जो इस वर्ष अक्टूबर में समाप्त होने वाला था।
आईएमएफ में नियुक्ति से पहले डॉ. गोकर्ण नई दिल्ली में ब्रुकिंग्स इंडिया के निदेशक (शोध) थे। वे भारतीय रिजर्व बैंक के सबसे कम उम्र के डिप्टी गवर्नरों में से एक थे। उन्होंने स्टैंडर्ड एंड पुअर, नेशनल काउंसिल ऑफ अप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च (एनसीएईआर) और इंदिरा गांधी शोध विकास संस्थान में भी कार्य किया।
वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने श्रद्धांजलि देते हुए उनकी बुद्धिमता और आईएमएफ में भारत की चिंताओं को स्पष्ट करने की क्षमता को याद किया। डॉ. गोकर्ण अपने पीछे पत्नी श्रीमती ज्योत्सना बापट और पुत्री सुश्री कनक गोकर्ण को छोड़ गए हैं। देश के प्रति बहुमूल्य योगदान के लिए वे हमेशा याद किए जाएंगे।