आधिकारिक बुलेटिन -2 (4-Aug-2020)^केंद्रीय मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत एवं श्रीमती स्मृति इरानी ने पुस्तक ‘स्वच्छ भारत क्रांति‘ का विमोचन किया^(Union Ministers Shri Gajendra Singh Shekhawat and Smt Smriti Irani launch the book ‘Swachh Bharat Kranti’)
Posted on August 4th, 2020
पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय के सचिव श्री परमेश्वरन अय्यर द्वारा संपादित पुस्तक ‘स्वच्छ भारत रिवोल्यूशन‘ का हिन्दी में अनुवाद किया गया है और उसे ‘स्वच्छ भारत क्रांति‘ के रूप में प्रकाशित किया गया है। इस पुस्तक को आधिकारिक रूप से केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत एवं केंद्रीय कपड़ा एवं महिला तथा बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति इरानी द्वारा आज नई दिल्ली में विमोचन किया गया । इसके बाद पुस्तक और स्वच्छ भारत मिशन पर दोनों मंत्रियों एवं श्री परमेश्वरन अय्यर द्वारा एक चर्चा हुई। इस चर्चा को वेबकास्टिंग के जरिये एसबीएम के लाखों प्रक्षेत्र पदाधिकारियों द्वारा देखा गया।
स्वच्छ भारत क्रांति पुस्तक एसबीएम के विविध प्रकार के हितधारकों एवं योगदानदाताओं द्वारा 35 निबंधों के जरिये एसबीएम की उल्लेखनीय यात्रा दर्शाती है जिन्होंने इस सामाजिक आंदोलन पर अपना परिप्रेक्ष्य साझा किया। निबंधों को चार प्रमुख वर्गों में व्यवस्थित किया गया है जो एसबीएम की सफलता के चार प्रमुख स्तंभ हैं: राजनीतिक नेतृत्व, सार्वजनिक वित्तपोषण, साझीदारियां एवं जनभागीदारी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की प्रस्तावना के साथ, यह अरुण जेटली, अमिताभ कांत, रतन टाटा, सदगुरु, अमिताभ बच्चन, अक्षय कुमार, तवलीन सिंह, बिल गेट्स एवं अन्य लोगों द्वारा लिखे गए निबंधों का एक संकलन है।
इस अवसर पर बोलते हुए, श्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि किस प्रकार भारत स्वच्छता के मामले में विश्व के अग्रणी देशों में से एक बन गया और कई देश अब भारत से अनुभव सीख रहे हैं कि कैसे 50 करोड़ लोगों ने केवल पांच वर्षों में ही शौचालयों का उपयोग करना आरंभ कर दिया और खुले में शौच करना बंद कर दिया। उन्होंने कहा कि वह प्रसन्न हैं कि स्वच्छ भारत क्रांति के जरिये इस यात्रा को भारत के केंद्रीय स्थल के लाखों पाठकों द्वारा साझा किया जा सकेगा।
श्रीमती स्मृति इरानी ने कहा कि वह महिलाओं द्वारा स्वच्छ भारत मिशन को वास्तव में एक जन आंदोलन बनाने में निभाई गई भूमिका को लेकर गौरवान्वित महसूस करती हैं। उन्होंने कहा कि एसबीएम नारी शक्ति का एक सच्चा उदाहरण है और वह महिलाएं यह सुनिश्चित करने के लिए कि जो लाभ अभी तक हासिल किया गया है, उसे एसबीएम के अगले चरण तक ले जाने में अग्रणी भूमिका निभाती रहेंगी और यह भी कि कोई भी भविष्य में खुले में शौच का सहारा न ले। दोनों मंत्रियों ने इसके बाद वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये स्वच्छग्राहियों, प्रक्षेत्र पदाधिकारियों एवं राज्य सरकार के अधिकारियों के प्रश्नों के उत्तर दिए।
आधिकारिक बुलेटिन -2 (4-Aug-2020)केंद्रीय मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत एवं श्रीमती स्मृति इरानी ने पुस्तक ‘स्वच्छ भारत क्रांति‘ का विमोचन किया(Union Ministers Shri Gajendra Singh Shekhawat and Smt Smriti Irani launch the book ‘Swachh Bharat Kranti’)
पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय के सचिव श्री परमेश्वरन अय्यर द्वारा संपादित पुस्तक ‘स्वच्छ भारत रिवोल्यूशन‘ का हिन्दी में अनुवाद किया गया है और उसे ‘स्वच्छ भारत क्रांति‘ के रूप में प्रकाशित किया गया है। इस पुस्तक को आधिकारिक रूप से केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत एवं केंद्रीय कपड़ा एवं महिला तथा बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति इरानी द्वारा आज नई दिल्ली में विमोचन किया गया । इसके बाद पुस्तक और स्वच्छ भारत मिशन पर दोनों मंत्रियों एवं श्री परमेश्वरन अय्यर द्वारा एक चर्चा हुई। इस चर्चा को वेबकास्टिंग के जरिये एसबीएम के लाखों प्रक्षेत्र पदाधिकारियों द्वारा देखा गया।
स्वच्छ भारत क्रांति पुस्तक एसबीएम के विविध प्रकार के हितधारकों एवं योगदानदाताओं द्वारा 35 निबंधों के जरिये एसबीएम की उल्लेखनीय यात्रा दर्शाती है जिन्होंने इस सामाजिक आंदोलन पर अपना परिप्रेक्ष्य साझा किया। निबंधों को चार प्रमुख वर्गों में व्यवस्थित किया गया है जो एसबीएम की सफलता के चार प्रमुख स्तंभ हैं: राजनीतिक नेतृत्व, सार्वजनिक वित्तपोषण, साझीदारियां एवं जनभागीदारी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की प्रस्तावना के साथ, यह अरुण जेटली, अमिताभ कांत, रतन टाटा, सदगुरु, अमिताभ बच्चन, अक्षय कुमार, तवलीन सिंह, बिल गेट्स एवं अन्य लोगों द्वारा लिखे गए निबंधों का एक संकलन है।
इस अवसर पर बोलते हुए, श्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि किस प्रकार भारत स्वच्छता के मामले में विश्व के अग्रणी देशों में से एक बन गया और कई देश अब भारत से अनुभव सीख रहे हैं कि कैसे 50 करोड़ लोगों ने केवल पांच वर्षों में ही शौचालयों का उपयोग करना आरंभ कर दिया और खुले में शौच करना बंद कर दिया। उन्होंने कहा कि वह प्रसन्न हैं कि स्वच्छ भारत क्रांति के जरिये इस यात्रा को भारत के केंद्रीय स्थल के लाखों पाठकों द्वारा साझा किया जा सकेगा।
श्रीमती स्मृति इरानी ने कहा कि वह महिलाओं द्वारा स्वच्छ भारत मिशन को वास्तव में एक जन आंदोलन बनाने में निभाई गई भूमिका को लेकर गौरवान्वित महसूस करती हैं। उन्होंने कहा कि एसबीएम नारी शक्ति का एक सच्चा उदाहरण है और वह महिलाएं यह सुनिश्चित करने के लिए कि जो लाभ अभी तक हासिल किया गया है, उसे एसबीएम के अगले चरण तक ले जाने में अग्रणी भूमिका निभाती रहेंगी और यह भी कि कोई भी भविष्य में खुले में शौच का सहारा न ले। दोनों मंत्रियों ने इसके बाद वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये स्वच्छग्राहियों, प्रक्षेत्र पदाधिकारियों एवं राज्य सरकार के अधिकारियों के प्रश्नों के उत्तर दिए।