आधिकारिक बुलेटिन -2 (25-Feb-2019)
‘आईप्रिज्म’ का दूसरा संस्करण शुरू
( second edition of ‘IPrism’ launched)

Posted on February 25th, 2019 | Create PDF File

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औद्योगिक संवर्धन आंतरिक व्यापार विभाग के आईपीआर संवर्धन और प्रवंधन प्रकोष्ठ (सीआईपीएएम) ने एसोचैम और एरिक्सन इंडिया के सहयोग से स्कूलों, पोलिटेक्नीक संस्थानों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के छात्रों के लिए बौद्धिक सम्पदा (आईपी) प्रतिस्पर्धा ‘आईप्रिज्म’ का दूसरा संस्करण शुरू किया है। युवा पीढ़ी में नवोन्मेष और सृजनात्मकता की संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह प्रतिस्पर्धा युवा निर्माताओं को अपनी सृजनात्मकता को राष्ट्रीय मंच पर पहचान दिलाने का एक अवसर प्रदान करेगा।

 

इस वर्ष प्रविष्टियां ‘‘दैनिक जीवन में आईपी’’ में दो श्रेणियां-फिल्म निर्माण और कॉमिक बुक निर्माण हैं। फिल्म निर्माण प्रतिस्पर्धा में 60 सैकंड लंबी सजीव (एनीमेटेड)/फिल्म वीडियो की प्रविष्टियां स्वीकार की जाएंगी। जब की कॉमिक बुक निर्माण में 5 पृष्ठों के अंतर्गत कॉमिक में कहानी सुनाने के लिए भागीदारों को प्रोत्साहित किया जाएगा। विजेता टीम को स्कूल/संस्थान/कॉलेज के लिए विशेष ट्राॅफी के अलावा 2 लाख रुपये से अधिक का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। विजेताओं की सीआईपीएएम की आधिकारिक वेबसाइट (www.cipam.gov.in) में भी जानकारी दी जाएगी। प्रविष्टियां प्राप्त करने के अंतिम तिथि 30 मई, 2019 है।

 

आईपी जागरुकता पैदा करना आज की ज्ञान अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण हो गया है। जहां नवोन्मेष विकास और राष्ट्र की सफलता निर्धारित करता है। जागरुकता पैदा करने से न केवल छात्र नवोन्मेष और उसकी असीमित संभावनाओं के प्रति प्रेरित होते है बल्कि आईपी अधिकारों के संबंध में सम्मान पैदा करने में मदद मिलती है बल्कि जालसाझी और पाइरेसी को भी रोका जा सकता है।

 

प्रतिस्पर्धा के बारे में पूर्ण विवरण और नियमित अपडेट के लिए www.iprism.co.in में पहुंचा जा सकता है। सीआईपीएएम ट्वीटर पर @CIPAM_India अथवा फेसबुक CIPAM India पर देखा जा सकता है।

 

देश में आईपी इको प्रणाली सृजित करने के लिए राष्ट्रीय आईपीआर नीति 12 मई, 2016 को अपनाई गई थी।