आधिकारिक बुलेटिन -1 (23-Dec-2019)^ओडिशा तट से क्विक रिएक्शन सरफेस टू एयर मिसाइल का सफलतापूर्वक उड़ान परीक्षण किया गया (Quick Reaction Surface to Air Missile successfully flight-tested off Odisha coast)
Posted on December 23rd, 2019
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित क्विक रिएक्शन सरफेस टू एयर मिसाइल (क्यूआरएसएएम) सिस्टम का आज सुबह 11:45 बजे ओडिशा तट के एकीकृत परीक्षण रेंज, चांदीपुर से सफलतापूर्वक उड़ान परीक्षण किया गया। मिसाइल का तैनाती मोड में पूर्ण विन्यास के साथ मिशन के उद्देश्य को पूरा करते हुए हवा में लक्ष्य को भेदने के साथ उड़ान परीक्षण किया गया। इस पूरे कार्यक्रम की निगरानी ग्राउंड टेलीमेट्री सिस्टम, रेंज रडार सिस्टम, इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम इत्यादि द्वारा की गई।
क्यूआरएसएएम हथियार प्रणाली में पूरी तरह से स्वचालित कमांड और नियंत्रण प्रणाली, सक्रिय व्यूह बैटरी निगरानी रडार, सक्रिय व्यूह बैटरी बहुक्रिया रडार और लांचर शामिल हैं। दोनों रडार चार-दीवार वाले हैं जो चारों दिशाओं में एक साथ नज़र रख सकते हैं। यह प्रणाली फायरिंग यूनिट के लिए न्यूनतम संख्या में वाहनों के साथ सुगठित है। डीआरडीओ द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित यह सिंगल स्टेज सॉलिड प्रोपेल्ड मिसाइल दोतरफा डेटा-लिंक और खोज करने वाले सक्रिय टर्मिनल के साथ मिडकॉर्स इनर्सियल नेविगेशन प्रणाली है। मिसाइल ने अपनी क्षमता को स्थापित करते हुए सफलतापूर्वक हवाई लक्ष्य को भेदा। परीक्षण के दौरान महानिदेशक (मिसाइल एवं सामरिक प्रणाली) श्री एम.एस.आर. प्रसाद मौजूद थे।
इस मिशन के साथ हथियार प्रणाली के विकासात्मक परीक्षणों को सफलतापूर्वक पूरा किया गया और वर्ष 2021 तक इसके पूरी तरह से तैयार होने की उम्मीद है।
रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह और सचिव, रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग एवं डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. जी. सतीश रेड्डी ने क्यूआरएसएएम के विकास और उसके उड़ान परीक्षण में शामिल दलों को बधाई दी है।
आधिकारिक बुलेटिन -1 (23-Dec-2019)ओडिशा तट से क्विक रिएक्शन सरफेस टू एयर मिसाइल का सफलतापूर्वक उड़ान परीक्षण किया गया (Quick Reaction Surface to Air Missile successfully flight-tested off Odisha coast)
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित क्विक रिएक्शन सरफेस टू एयर मिसाइल (क्यूआरएसएएम) सिस्टम का आज सुबह 11:45 बजे ओडिशा तट के एकीकृत परीक्षण रेंज, चांदीपुर से सफलतापूर्वक उड़ान परीक्षण किया गया। मिसाइल का तैनाती मोड में पूर्ण विन्यास के साथ मिशन के उद्देश्य को पूरा करते हुए हवा में लक्ष्य को भेदने के साथ उड़ान परीक्षण किया गया। इस पूरे कार्यक्रम की निगरानी ग्राउंड टेलीमेट्री सिस्टम, रेंज रडार सिस्टम, इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम इत्यादि द्वारा की गई।
क्यूआरएसएएम हथियार प्रणाली में पूरी तरह से स्वचालित कमांड और नियंत्रण प्रणाली, सक्रिय व्यूह बैटरी निगरानी रडार, सक्रिय व्यूह बैटरी बहुक्रिया रडार और लांचर शामिल हैं। दोनों रडार चार-दीवार वाले हैं जो चारों दिशाओं में एक साथ नज़र रख सकते हैं। यह प्रणाली फायरिंग यूनिट के लिए न्यूनतम संख्या में वाहनों के साथ सुगठित है। डीआरडीओ द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित यह सिंगल स्टेज सॉलिड प्रोपेल्ड मिसाइल दोतरफा डेटा-लिंक और खोज करने वाले सक्रिय टर्मिनल के साथ मिडकॉर्स इनर्सियल नेविगेशन प्रणाली है। मिसाइल ने अपनी क्षमता को स्थापित करते हुए सफलतापूर्वक हवाई लक्ष्य को भेदा। परीक्षण के दौरान महानिदेशक (मिसाइल एवं सामरिक प्रणाली) श्री एम.एस.आर. प्रसाद मौजूद थे।
इस मिशन के साथ हथियार प्रणाली के विकासात्मक परीक्षणों को सफलतापूर्वक पूरा किया गया और वर्ष 2021 तक इसके पूरी तरह से तैयार होने की उम्मीद है।
रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह और सचिव, रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग एवं डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. जी. सतीश रेड्डी ने क्यूआरएसएएम के विकास और उसके उड़ान परीक्षण में शामिल दलों को बधाई दी है।