आधिकारिक बुलेटिन -2 (28-Aug-2020)^पद्म पुरस्कारों-2021 के लिएनामांकन की प्रक्रिया 15 सितम्बर तक खुली रहेगी^(Nominations for Padma Awards-2021 open till 15th September, 2020)
Posted on August 28th, 2020
गणतंत्र दिवस, 2021 के अवसर पर घोषित किए जाने वालेपद्म पुरस्कारोंके लिए ऑनलाइन नामांकन / सिफारिशें 1मई, 2020को शुरू हुई थी। नामांकन की अंतिम तिथि 15सितंबर, 2020है।
पद्म पुरस्कारों के नाम पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री हैं जो देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से एक हैं। 1954 में स्थापित इन पुरस्कारों की घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाती है।पद्म पुरस्कार के लिए ‘विशिष्ट कार्य’ को पहचाना जाता है और यह सभी क्षेत्रों / विषयों, जैसे- जैसे, कला, साहित्य और शिक्षा, खेल, चिकित्सा, सामाजिक कार्य, विज्ञान तथा इंजीनियरिंग, सार्वजनिक जीवन, सिविल सेवा, व्यापार एवं उद्योग आदि में प्रतिष्ठित और असाधारण उपलब्धियों/सेवाओं के लिए दिए जाते हैं। सभी व्यक्ति वर्ग , जाति, पेशा, पद या लिंग के भेद के बिना इन पुरस्कारों के पात्र हैं। डॉक्टरों और वैज्ञानिकों को छोड़कर सार्वजनिक उपक्रमों में काम करने वालों सहित सरकारी कर्मचारी पद्म पुरस्कार के पात्र नहीं हैं।
सरकार इन पद्म पुरस्कारों को "लोगों का पद्म" के रूप में तब्दील करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे स्व-नामांकन सहित नामांकनों/सिफारिशों को भेजें।
गृह मंत्रालय ने सभी केंद्रीय मंत्रालयों/विभागों, राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों, भारत रत्न और पद्म विभूषण विजेताओं, उत्कृष्टता संस्थानों से उन प्रतिभाशाली व्यक्तियों की पहचान करने की दिशा में पूर्ण प्रयास किया जाए, जिनकी उत्कृष्टता और उपलब्धियां वास्तव में महिलाओं, समाज के कमजोर वर्गों, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति, दिव्यांगजनों और समाज के लिए निस्वार्थ सेवा में लगा हुआ हो तथा उनका नामांकन करने का अनुरोध किया गया है।
आधिकारिक बुलेटिन -2 (28-Aug-2020)पद्म पुरस्कारों-2021 के लिएनामांकन की प्रक्रिया 15 सितम्बर तक खुली रहेगी(Nominations for Padma Awards-2021 open till 15th September, 2020)
गणतंत्र दिवस, 2021 के अवसर पर घोषित किए जाने वालेपद्म पुरस्कारोंके लिए ऑनलाइन नामांकन / सिफारिशें 1मई, 2020को शुरू हुई थी। नामांकन की अंतिम तिथि 15सितंबर, 2020है।
पद्म पुरस्कारों के नाम पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री हैं जो देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से एक हैं। 1954 में स्थापित इन पुरस्कारों की घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाती है।पद्म पुरस्कार के लिए ‘विशिष्ट कार्य’ को पहचाना जाता है और यह सभी क्षेत्रों / विषयों, जैसे- जैसे, कला, साहित्य और शिक्षा, खेल, चिकित्सा, सामाजिक कार्य, विज्ञान तथा इंजीनियरिंग, सार्वजनिक जीवन, सिविल सेवा, व्यापार एवं उद्योग आदि में प्रतिष्ठित और असाधारण उपलब्धियों/सेवाओं के लिए दिए जाते हैं। सभी व्यक्ति वर्ग , जाति, पेशा, पद या लिंग के भेद के बिना इन पुरस्कारों के पात्र हैं। डॉक्टरों और वैज्ञानिकों को छोड़कर सार्वजनिक उपक्रमों में काम करने वालों सहित सरकारी कर्मचारी पद्म पुरस्कार के पात्र नहीं हैं।
सरकार इन पद्म पुरस्कारों को "लोगों का पद्म" के रूप में तब्दील करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे स्व-नामांकन सहित नामांकनों/सिफारिशों को भेजें।
गृह मंत्रालय ने सभी केंद्रीय मंत्रालयों/विभागों, राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों, भारत रत्न और पद्म विभूषण विजेताओं, उत्कृष्टता संस्थानों से उन प्रतिभाशाली व्यक्तियों की पहचान करने की दिशा में पूर्ण प्रयास किया जाए, जिनकी उत्कृष्टता और उपलब्धियां वास्तव में महिलाओं, समाज के कमजोर वर्गों, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति, दिव्यांगजनों और समाज के लिए निस्वार्थ सेवा में लगा हुआ हो तथा उनका नामांकन करने का अनुरोध किया गया है।