आधिकारिक बुलेटिन - 3 (22-Apr-2020)^पर्यटन मंत्रालय ने कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण 15 अक्टूबर 2020 तक होटल/रेस्तरां बंद रखने के लिए कोई पत्र जारी नहीं किया है^(Ministry of tourism has not issued any letter on closing of hotels/restaurants till 15th October 2020 due to Coronavirus outbreak)
Posted on April 22nd, 2020
यह पर्यटन मंत्रालय के संज्ञान में आया है कि एक फर्जी पत्र में यह दावा किया गया है कि कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण होटल/रेस्तरां 15 अक्टूबर 2020 तक बंद रहेंगे। पर्यटन मंत्रालय के नाम से लिखा गया यह फर्जी पत्र सोशल मीडिया पर प्रसारित या सर्कुलेट हो रहा है और पूरे पर्यटन क्षेत्र में दहशत पैदा कर रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए पर्यटन मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि ‘पर्यटन मंत्रालय की ओर से ऐसा कोई भी पत्र जारी नहीं किया गया है’ और लोगों को इस तरह की फर्जी खबरों पर कतई भरोसा नहीं करना चाहिए।
पर्यटन मंत्रालय ने पहले ही सोशल मीडिया पर इस बारे में खंडन जारी कर दिया था और इसके साथ ही मुंबई पुलिस की साइबर अपराध इकाई के यहां शिकायत दर्ज करा दी थी। पीआईबी फैक्ट चेक यूनिट ने भी कुछ दिन पहले इस बारे में खंडन जारी किया था, लेकिन फर्जी संदेश फिर से प्रसारित हो रहा है। पीआईबी फैक्ट चेक ने कल भी स्पष्टीकरण फिर से जारी किया है। सभी से यह अनुरोध किया जाता है कि इस तरह के संदेशों पर कतई ध्यान न दें और केवल आधिकारिक सूचना पर ही भरोसा करें।
आधिकारिक बुलेटिन - 3 (22-Apr-2020)पर्यटन मंत्रालय ने कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण 15 अक्टूबर 2020 तक होटल/रेस्तरां बंद रखने के लिए कोई पत्र जारी नहीं किया है(Ministry of tourism has not issued any letter on closing of hotels/restaurants till 15th October 2020 due to Coronavirus outbreak)
यह पर्यटन मंत्रालय के संज्ञान में आया है कि एक फर्जी पत्र में यह दावा किया गया है कि कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण होटल/रेस्तरां 15 अक्टूबर 2020 तक बंद रहेंगे। पर्यटन मंत्रालय के नाम से लिखा गया यह फर्जी पत्र सोशल मीडिया पर प्रसारित या सर्कुलेट हो रहा है और पूरे पर्यटन क्षेत्र में दहशत पैदा कर रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए पर्यटन मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि ‘पर्यटन मंत्रालय की ओर से ऐसा कोई भी पत्र जारी नहीं किया गया है’ और लोगों को इस तरह की फर्जी खबरों पर कतई भरोसा नहीं करना चाहिए।
पर्यटन मंत्रालय ने पहले ही सोशल मीडिया पर इस बारे में खंडन जारी कर दिया था और इसके साथ ही मुंबई पुलिस की साइबर अपराध इकाई के यहां शिकायत दर्ज करा दी थी। पीआईबी फैक्ट चेक यूनिट ने भी कुछ दिन पहले इस बारे में खंडन जारी किया था, लेकिन फर्जी संदेश फिर से प्रसारित हो रहा है। पीआईबी फैक्ट चेक ने कल भी स्पष्टीकरण फिर से जारी किया है। सभी से यह अनुरोध किया जाता है कि इस तरह के संदेशों पर कतई ध्यान न दें और केवल आधिकारिक सूचना पर ही भरोसा करें।