आधिकारिक बुलेटिन -4 (1-Aug-2019)^गुरुप्रसाद महापात्र ने डीपीआईआईटी में सचिव पद का कार्यभार संभाला^(Guruprasad Mohapatra Assumes charge as Secretary DPIIT)
Posted on August 2nd, 2019
भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 1986 बैच के अधिकारी डॉ. गुरुप्रसाद महापात्र ने नई दिल्ली में उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (डीपीआईआईटी) में सचिव का पद का कार्यभार संभाल लिया।
डीपीआईआईटी में सचिव पद का कार्यभार संभालने से पूर्व वह भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) में अध्यक्ष के रूप में कार्यरत रहे। डॉ. गुरुप्रसाद महापात्र एएआई के कार्यनीतिक परिचालनों में अनेक परिवर्तन लाए। उन्होंने एएआई को नई दिशा प्रदान की और मेट्रो हवाई अड्डों में ही नहीं, बल्कि टिअर-2 और टिअर-3 शहरों के भी हवाई अड्डों में हवाई अड्डा अवसंरचना विकास के क्षेत्र में अपार उत्कृष्टता हासिल कराई।
इससे पहले वह वाणिज्य विभाग में संयुक्त सचिव के पद पर भी कार्यरत रहे, जहाँ उन्होंने विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड), सार्वजनिक खरीद एवं परियोजना निर्यात (वित्त एवं बीमा) के संवर्द्धन के लिए कार्य किया।
डॉ. गुरुप्रसाद महापात्र सूरत, गुजरात में निगम आयुक्त के पद पर भी रहे और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, गुणवत्तापूर्ण अवसंरचना और पुख्ता वित्तीय प्रबंधन पर बल देते हुए सूरत को शहरी प्रशासन के प्रमुख मॉडलों में शुमार कराने की दिशा में कार्य किया।
अहमदाबाद के निगम आयुक्त के रूप में डॉ. गुरुप्रसाद महापात्र साबरमती रिवरफ्रंट, बीआरटीएस और विरासत को बढ़ावा देने जैसी अनेक शहरी परियोजनाओं के विकास का माध्यम रहे। उन्होंने गुजरात में परिवहन आयुक्त और वाणिज्यिक कर आयुक्त के रूप में भी सेवाएं प्रदान की।
डॉ. गुरुप्रसाद महापात्र भारत में अनेक सूचीबद्ध सार्वजनिक क्षेत्र इकाइयों के प्रबन्ध निदेशक के पद पर भी कार्यरत रहे।
आधिकारिक बुलेटिन -4 (1-Aug-2019)गुरुप्रसाद महापात्र ने डीपीआईआईटी में सचिव पद का कार्यभार संभाला(Guruprasad Mohapatra Assumes charge as Secretary DPIIT)
भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 1986 बैच के अधिकारी डॉ. गुरुप्रसाद महापात्र ने नई दिल्ली में उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (डीपीआईआईटी) में सचिव का पद का कार्यभार संभाल लिया।
डीपीआईआईटी में सचिव पद का कार्यभार संभालने से पूर्व वह भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) में अध्यक्ष के रूप में कार्यरत रहे। डॉ. गुरुप्रसाद महापात्र एएआई के कार्यनीतिक परिचालनों में अनेक परिवर्तन लाए। उन्होंने एएआई को नई दिशा प्रदान की और मेट्रो हवाई अड्डों में ही नहीं, बल्कि टिअर-2 और टिअर-3 शहरों के भी हवाई अड्डों में हवाई अड्डा अवसंरचना विकास के क्षेत्र में अपार उत्कृष्टता हासिल कराई।
इससे पहले वह वाणिज्य विभाग में संयुक्त सचिव के पद पर भी कार्यरत रहे, जहाँ उन्होंने विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड), सार्वजनिक खरीद एवं परियोजना निर्यात (वित्त एवं बीमा) के संवर्द्धन के लिए कार्य किया।
डॉ. गुरुप्रसाद महापात्र सूरत, गुजरात में निगम आयुक्त के पद पर भी रहे और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, गुणवत्तापूर्ण अवसंरचना और पुख्ता वित्तीय प्रबंधन पर बल देते हुए सूरत को शहरी प्रशासन के प्रमुख मॉडलों में शुमार कराने की दिशा में कार्य किया।
अहमदाबाद के निगम आयुक्त के रूप में डॉ. गुरुप्रसाद महापात्र साबरमती रिवरफ्रंट, बीआरटीएस और विरासत को बढ़ावा देने जैसी अनेक शहरी परियोजनाओं के विकास का माध्यम रहे। उन्होंने गुजरात में परिवहन आयुक्त और वाणिज्यिक कर आयुक्त के रूप में भी सेवाएं प्रदान की।
डॉ. गुरुप्रसाद महापात्र भारत में अनेक सूचीबद्ध सार्वजनिक क्षेत्र इकाइयों के प्रबन्ध निदेशक के पद पर भी कार्यरत रहे।