आधिकारिक बुलेटिन - 2 (21-June-2020)
धारावी में ‘वायरस का पीछा करना’
('Chasing the virus' in Dharavi)

Posted on June 21st, 2020 | Create PDF File

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भारत सरकार कोविड-19 की रोकथाम, नियंत्रण और प्रबंधन के लिए अत्यधिक सक्रिय और धीरे-धीरे प्रतिक्रिया करने की नीति के माध्यम से राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों के साथ विभिन्न उपाय कर रही है। इस कोशिश में कई दिशा-निर्देश, एडवाइजरी, और उपचार प्रोटोकॉल विकसित किए गए और इन्हें कोविड-19 का मुकाबला करने की दिशा में सामूहिक प्रयास को मजबूत करने के लिए राज्यों के साथ साझा किया गया।

 

कई राज्यों ने कोविड-19 की रोकथाम के लिए इन रणनीतियों को लागू किया और इसके प्रभावी परिणाम भी मिले हैं। महाराष्ट्र सरकार और बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के प्रयासों के उत्साहजनक परिणाम सामने आए हैं। इन प्रयासों के एक हिस्से के रूप मेंउन्होंने सक्रिय रूप से कोरोना वायरस का पीछा किया और कोविड संदिग्धों का पता लगाने के लिए आक्रामक रूप से कार्यक्रम चलाए।

 

घनी आबादी (2,27,136 व्यक्ति / वर्ग किमी) वाला क्षेत्र होने के कारण धारावी में अप्रैल,2020 में 12 प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ कोरोना संक्रमण के 491 मामले थे और 18 दिनों में मामले दोगुने हो जाते थे। बीएमसी द्वारा अपनाए गए सक्रिय उपायों की वजह से कोविड-19 की वृद्धि दर मई,2020 में घटकर 4.3 प्रतिशत और जून में यह घटकर 1.02 प्रतिशत हो गई। इन उपायों से मई,2020 में संक्रमण के मामले 43 दिन में दोगुने होने लगे और जून 2020 में इसमें और सुधार के साथ मामले दोगुने होने में 78 दिन लगने लगे।

 

धारावी में बीएमसी के सामने कई चुनौतियां आईं जहां 80 प्रतिशत आबादी सामुदायिक शौचालयों पर निर्भर करती है। लगभग 8-10 लोग संकरी गलियों में ऐसे दो-तीन मंजिले घरों / झोंपड़ियों में रहते हैंजिनका आकारा10 फीट x 10 फीट है और अक्सर भू-तल पर रहने के लिए घर होते हैं और ऊपर की मंजिलों का उपयोग कारखानों के रूप में किया जाता है। ऐसे में एक-दूसरे से दूरी बनाए रखने (सोशल डिस्टेंसिंग) के नियमों के पालन और प्रभावी होम क्वारंटाइन की कोई संभावना नहीं थी।

 

बीएमसी ने सक्रिय रूप से निम्नलिखित चार टी–ट्रेसिंग (पता लगाना), ट्रैकिंग (पकड़ना), टेस्टिंग (परीक्षण) और ट्रीटिंग(उपचार) का एक मॉडल अपनाया। इस पद्धति में प्रोएक्टिव स्क्रीनिंग जैसी गतिविधियाँ शामिल रहीं। इसके तहत 47,500 लोगों को घर-घर जाकर डॉक्टरों और निजी क्लीनिकों ने जांच की, लगभग 14,970 लोगों की मोबाइल वैन की मदद से जांच की गई और 4,76,775 लोगों की बीएमसी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने जांच की। बुजुर्गों / वरिष्ठ नागरिकों जैसे उच्च जोखिम वाले लोगों की जांच के लिए बुखार उपचार केंद्र स्थापित किए गए थे। इससे 3.6 लाख लोगों की स्क्रीनिंग में मदद मिली। इसके अलावालगभग 8246 वरिष्ठ नागरिकों का निरीक्षण किया गया और 'टाइमली सेपरेशन'की नीति के तहत उन्हें दूसरे समुदाय से अलग कर दिया गया ताकि बीमारी के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। इस तरह धारावी में कुल 5,48,270 लोगों की जांच की गई। संदिग्ध मामलों को सुव्यवस्थित कोविड देखभाल और क्वारंटीन केंद्रों में स्थानांतरित कर दिया गया।

 

बीएमसी ने उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में सक्रिय स्क्रीनिंग करने के लिए श्रमशक्ति की कमी के मुद्दे से निपटने के लिए बीमारी की रोकथाम उपायों में रणनीतिक तरीके से सार्वजनिक- निजी भागीदारी को जोड़ा और सभी उपलब्ध निजी चिकित्सकों को भी शामिल किया। बीएमसी ने निजी डॉक्टरों को पीपीई किट,थर्मल स्कैनर,पल्स ऑक्सीमेटर्स,मास्क और दस्ताने प्रदान किए और फिर उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में घर-घर जाकर स्क्रीनिंग शुरू की और इस तरहसभी संदिग्धों की पहचान की गई। बीएमसी ने सभी चिकित्सकों को मरीजों की जांच करने के लिए क्लीनिक खोलने के लिए प्रोत्साहित किया और उनसे कहा कि किसी के कोविड-19 का संदिग्ध पाए जाने पर तुरंत बीएमसी को सूचित किया जाए। बीएमसी ने निजी चिकित्सकों के क्लीनिकोंको सैनिटाइज कराया और उन्हें सभी आवश्यक सहायता प्रदान की। शहर में स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए बीएमसी ने सभी निजी अस्पतालों को अपनी सूची में शामिल किया और लोगों के उपचार के लिए उनका अधिग्रहण किया गया।

 

भीड़भाड़ वाले इलाकों में कम जगह की वजह से होम क्वारंटाइन का विकल्प कोई प्रभावी नतीजा नहीं दे रहा था इसलिए सभी उपलब्ध स्कूलों, विवाह मंडलों, खेल परिसरों इत्यादि जगहों में संस्थागत क्वारंटाइनकेंद्र बनाए गए। यहां नाश्ते, लंच और रात के भोजन के लिए सामुदायिक रसोईघर प्रदान किया गया था। इसके साथ ही रात-दिन चिकित्सा सेवाएं,आवश्यक दवाइयां और जरूरी उपकरण उपलब्ध कराए गए।

 

बीएमसी की कोविड-19 प्रतिक्रिया रणनीति की एक मुख्य विशेषता रोकथाम उपायों का सख्ती से पालन करनारहा जिसके तीन प्राथमिक तत्व- एक प्रभावी रोकथाम रणनीति, व्यापक परीक्षण का आयोजन, और समुदाय को माल एवं आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करना है। धारावी के अंदर ही 90 प्रतिशत रोगियों का इलाज किया गया था, केवल गंभीर रोगियों को अस्पतालों में भर्ती कराने के लिए धारावी के बाहर ले जाया गया। बीएमसी ने 25,000से अधिक राशन किट और 21,000 से अधिक भोजन पैकेटों को दोपहर और रात के खाने के लिए अलग-अलग क्षेत्रों में वितरित कियाताकि लोग धारावी के अंदर ही रहें और उन्हें बाहर निकलने की आवश्यकता न हो ताकि कोरोना वायरस के प्रसार पर अंकुश लग सके। स्थानीय विधायकों,सांसदों और नगरसेवकों ने भी भोजन और किराने की आपूर्ति मुफ्त में की थी। इसके अलावा पूरे क्षेत्र और सामुदायिक शौचालयों का बार-बार कीटाणुशोधन हो रहा था। कर्मचारियों के आवागमन की सुविधा के लिए एमएसआरटीसी की बसों को चलाया जा रहा था। उच्च जोखिम वाले क्षेत्र को सभी तरफ से बंद कर दिया गया था। समुदाय के नेताओं को समुदाय के सभी मुद्दों को सुलझाने और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं एवं समुदाय के बीच एक सेतु के रूप में कार्य करने के लिए कोविड योद्धा के रूप में नियुक्त किया गया था। इससे उनकी सभी आशंकाओं और चिंताओं को दूर करने में मदद मिलीऔर सरकार के प्रयासों में उनका विश्वास भी बढ़ा।