दिवस विशेष समसामयिकी 1 (19-Apr-2021)विश्व स्तर पर मनाया गया विश्व धरोहर दिवस(World Heritage Day celebrated globally)
Posted on April 19th, 2021 | Create PDF File
प्रतिवर्ष संयुक्त राष्ट्र द्वारा 18 अप्रैल को ‘अंतर्राष्ट्रीय स्मारक एवं पुरातत्व स्थल दिवस’ (International Day for Monuments and Sites) के रूप में घोषित किया गया है।
कई देशों में इस दिन को ‘विश्व विरासत दिवस’ (World Heritage Day) के रूप में भी मनाया जाता है।
इस वर्ष के ‘विश्व विरासत दिवस’ का विषय है: “मिश्रित भूत: विविधतापूर्ण भविष्य” (Complex Pasts: Diverse Futures)।
वैश्विक स्तर पर, इस दिवस को ‘अंतर्राष्ट्रीय स्मारक एवं स्थल परिषद’ (International Council on Monuments and Sites– ICOMOS) द्वारा आयोजित किया जाता है।
‘विश्व विरासत स्थल’ :
ये संयुक्त राष्ट्र और संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (United Nations Educational, Scientific and Cultural Organization- UNESCO) अर्थात यूनेस्को द्वारा मान्यता प्राप्त स्थल होते हैं। विश्व धरोहर के रूप में वर्गीकृत स्थलों को, यूनेस्को मानवता के लिए महत्वपूर्ण मानता हैं, क्योंकि ये स्थल सांस्कृतिक और भौतिक रूप से महत्वपूर्ण होते हैं।
विश्व धरोहर स्थलों की सूची, यूनेस्को की ‘विश्व विरासत समिति’ द्वारा प्रशासित ‘अंतर्राष्ट्रीय विश्व धरोहर कार्यक्रम’ द्वारा तैयार की जाती है। इस समिति में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा निर्वाचित यूनेस्को के 21 सदस्य देश शामिल होते है।
प्रत्येक विश्व धरोहर स्थल, जहाँ वह अवस्थित होता है, उस देश के वैधानिक क्षेत्र का भाग होता है तथा यूनेस्को द्वारा इसके संरक्षण को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के हित में माना जाता है।
‘विश्व विरासत स्थल’ के लिए अर्हता:
विश्व विरासत स्थल के रूप में चयनित होने के लिए, किसी स्थल को पहले से ही भौगोलिक एवं ऐतिहासिक रूप से विशिष्ट, सांस्कृतिक या भौतिक महत्व वाले स्थल के रूप में अद्वितीय, विशिष्ट स्थल चिह्न अथवा प्रतीक के रूप में वर्गीकृत होना चाहिए।
भारत में विश्व विरासत स्थल:
पूरे विश्व में यूनेस्को द्वारा मान्यता प्राप्त 1121 विश्व धरोहर स्थलों में से, 38 विश्व विरासत संपत्तियां 38 विश्व विरासत परिसंपत्तियां भारत में अवस्थित है।
इनमें से 30 धरोहर स्थलों को ‘सांस्कृतिक’ तथा 7 को ‘प्राकृतिक विरासत स्थलों’ के रूप में वर्गीकृत किया गया है। इसके अलावा, एक विरासत स्थल “खांग्चेंडज़ोंगा राष्ट्रीय उद्यान” (Khangchendzonga National Park) को ‘मिश्रित’ विरासत स्थल के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
वर्ष 2019 में, ’जयपुर सिटी’, भारत के विश्व धरोहर स्थलों की ‘सांस्कृतिक’ सूची के तहत 38 वाँ विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था।
अब तक, भारत की तुलना में केवल चीन, इटली, स्पेन, जर्मनी और फ्रांस की विश्व विरासत सूचियों में अधिक स्थान शामिल हैं।