दिवस विशेष समसामयिकी 2(22-Sept-2022)विश्व अल्ज़ाइमर दिवस 2022(World Alzheimer's Day 2022)
Posted on September 22nd, 2022 | Create PDF File

प्रत्येक वर्ष 21 सितंबर को "विश्व अल्ज़ाइमर दिवस (World Alzheimer's Day)" के रूप में मनाया जाता है।
अल्ज़ाइमर बीमारी से लोगों को बचाने और इसके प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिये विश्व अल्ज़ाइमर दिवस मनाया जाता है।
विश्व अल्ज़ाइमर दिवस, 2022 की थीम है ‘डिमेंशिया को जानें, अल्ज़ाइमर को जानें’ (Know Dementia, Know Alzheimer’s)। अल्ज़ाइमर डिज़ीज़ इंटरनेशनल (Alzheimer’s Disease International-ADI) की स्थापना वर्ष 1984 में हुई थी।
वर्ष 1994 में अल्ज़ाइमर डिज़ीज़ इंटरनेशनल की दसवीं वर्षगाँठ पर विश्व अल्ज़ाइमर दिवस की घोषणा की गई थी, तभी से यह दिवस 21 सितंबर को मनाया जा रहा है।
विश्व अल्ज़ाइमर माह (सितंबर) की शुरुआत वर्ष 2012 में हुई थी। अल्ज़ाइमर रोग एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर (Neurological Disorder) है जो मस्तिष्क की तंत्रिका कोशिकाओं को नष्ट करता है।
इसके कारण रोगी की शारीरिक और मानसिक स्थिति क्षीण हो जाती है उसे कुछ भी याद नहीं रहता है, उसकी निर्णय लेने की क्षमता घट जाती है, स्वभाव में लगातार परिवर्तन होता रहता है आदि।
प्रारंभ में ये लक्षण कम मात्रा में दिखाई देते हैं लेकिन समय रहते इसका उपचार न कराया जाए तो यह गंभीर और असाध्य हो जाता है।
अल्ज़ाइमर रोग :
अल्ज़ाइमर रोग एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर (Neurological Disorder) है जो मस्तिष्क की तंत्रिका कोशिकाओं को नष्ट करता है।
इसके कारण रोगी की शारीरिक और मानसिक स्थिति कमज़ोर हो जाती है उसे कुछ भी याद नहीं रहता है, उसकी निर्णय लेने की क्षमता घट जाती है, स्वभाव में लगातार परिवर्तन होता रहता है, आदि।
प्रारंभ में ये लक्षण कम मात्रा में होते हैं लेकिन समय रहते इसका उपचार न कराया जाए तो यह गंभीर और असाध्य हो जाता है।
55-60 वर्ष की आयु वर्ग के लोगों में अल्ज़ाइमर, डिमेंशिया (dementia) का प्रमुख कारण है। डिमेंशिया रोग मानसिक रोगों का एक समूह होता है जिसमें व्यक्ति की बौद्धिक क्षमता घट जाती हैं।
यह रोग मस्तिष्क में एक विशेष प्रकार की टैंगल्स (Tangles) नामक प्रोटीन निर्माण के कारण होता है।
उम्र बढ़ने के साथ साथ इसका खतरा और बढ़ जाता है लेकिन कभी-कभी दुर्लभ आनुवंशिक परिवर्तनों के कारण इसके लक्षण 30 वर्ष की आयु के लोगो में भी देखने को मिल जाते है।
अल्ज़ाइमर एक असाध्य रोग है क्योंकि इसमें मस्तिष्क की तंत्रिका कोशिकाएँ मृत हो जाती हैं, जो पुनः जीवित नहीं हो सकती हैं।
यू.एस. डिपार्टमेंट ऑफ़ हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विसेज़ के अनुसार, पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अल्ज़ाइमर होने का खतरा दोगुना होता है।
अल्ज़ाइमर रोग का इलाज भारत के लिये महत्त्वपूर्ण है क्योंकि अमेरिका और चीन के बाद भारत इस रोग से सबसे ज्यादा पीड़ित है।