आधिकारिक बुलेटिन -3 (12-Sept-2019)^सफेद पानी में राफ्टिंग अभियान ‘रूद्रशिला’ को जैसलमेर से झंडी दिखाकर रवाना किया गया^(White Water Rafting Expedition – 'Rudrashila' Flagged off at Jaisalmer)
Posted on September 12th, 2019
सफेद पानी में राफ्टिंग अभियान ‘रूद्रशिला’ को जैसलमेर मिलिट्री स्टेशन से मेजर जनरल टी.के. आइच, जनरल ऑफिसर कमांडिंग बैटल एक्स डिवीजन द्वारा 11 सितम्बर, 2019 को झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यह अभियान बैटल एक्स डिवीजन के तत्वावधान में कालीधर बटालियन की ओर से संचालित किया गया है।
कालीधर बटालियन के 75वें स्थापना दिवस पर ‘रूद्रशिला’ अभियान आयोजित किया गया है। ‘रूद्रशिला’ नाम उत्तराखंड की पहाडि़यों में अवस्थित गंगा नदी की सहायक नदी रुद्रप्रयाग पर रखा गया है। कालीधर बटालियन की स्थापना 1 नवम्बर, 1943 को हुई थी और इसने भारतीय सेना के सभी प्रमुख परिचालनों में भाग लिया है। वर्ष 1953 में कोरिया में तैनाती और वर्ष 2005-06 में कांगो में संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन में तैनाती भी इन प्रमुख परिचालनों में शामिल है।
अभियान दल की अगुवाई मेजर रवि कांत गौरव कर रहे हैं। इस अभियान दल में दो अधिकारी, चार जूनियर कमीशंड ऑफिसर और 18 जवान शामिल हैं। यह अभियान दल रुद्रप्रयाग से ऋषिकेश तक कुल मिलाकर 140 किलोमीटर की दूरी तय करेगा। इसका संचालन 1 अक्टूबर से 4 अक्टूबर, 2019 तक किया जाएगा।
मेजर जनरल तरुण कुमार आइच ने कहा कि इस तरह के अभियान रोमांच, टीम वर्क, नेतृत्व और भारी दबाव में परिचालन से जुड़े कार्यों को सटीक ढंग से पूरा करने की क्षमता को दर्शाते हैं। यह भारतीय सेना की अंतर्निहित क्षमता है।
आधिकारिक बुलेटिन -3 (12-Sept-2019)सफेद पानी में राफ्टिंग अभियान ‘रूद्रशिला’ को जैसलमेर से झंडी दिखाकर रवाना किया गया(White Water Rafting Expedition – 'Rudrashila' Flagged off at Jaisalmer)
सफेद पानी में राफ्टिंग अभियान ‘रूद्रशिला’ को जैसलमेर मिलिट्री स्टेशन से मेजर जनरल टी.के. आइच, जनरल ऑफिसर कमांडिंग बैटल एक्स डिवीजन द्वारा 11 सितम्बर, 2019 को झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यह अभियान बैटल एक्स डिवीजन के तत्वावधान में कालीधर बटालियन की ओर से संचालित किया गया है।
कालीधर बटालियन के 75वें स्थापना दिवस पर ‘रूद्रशिला’ अभियान आयोजित किया गया है। ‘रूद्रशिला’ नाम उत्तराखंड की पहाडि़यों में अवस्थित गंगा नदी की सहायक नदी रुद्रप्रयाग पर रखा गया है। कालीधर बटालियन की स्थापना 1 नवम्बर, 1943 को हुई थी और इसने भारतीय सेना के सभी प्रमुख परिचालनों में भाग लिया है। वर्ष 1953 में कोरिया में तैनाती और वर्ष 2005-06 में कांगो में संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन में तैनाती भी इन प्रमुख परिचालनों में शामिल है।
अभियान दल की अगुवाई मेजर रवि कांत गौरव कर रहे हैं। इस अभियान दल में दो अधिकारी, चार जूनियर कमीशंड ऑफिसर और 18 जवान शामिल हैं। यह अभियान दल रुद्रप्रयाग से ऋषिकेश तक कुल मिलाकर 140 किलोमीटर की दूरी तय करेगा। इसका संचालन 1 अक्टूबर से 4 अक्टूबर, 2019 तक किया जाएगा।
मेजर जनरल तरुण कुमार आइच ने कहा कि इस तरह के अभियान रोमांच, टीम वर्क, नेतृत्व और भारी दबाव में परिचालन से जुड़े कार्यों को सटीक ढंग से पूरा करने की क्षमता को दर्शाते हैं। यह भारतीय सेना की अंतर्निहित क्षमता है।