निष्पक्षता, एक नैतिक मूल्य है। वर्तमान में इसे मुख्य रूप से सामाजिक न्याय के रूप में परिभाषित किया जाता है। यह किसी भी प्रकार की तरफदारी का अभाव है।
यह भाई-भत्तीजावाद की विरोधी अवधारणा है। निष्पक्षता विद्यमान तथ्यों के अनुरूप बिना किसी भेदभाव के कार्य की मांग करती है। यद्यपि निष्पक्षता में संवेदना एवं सकारात्मक भेद की अवधारणा निहित रहती है। अर्थात् निष्पक्षता लक्ष्योन्मुख है।
निष्पक्षता, एक नैतिक मूल्य है। वर्तमान में इसे मुख्य रूप से सामाजिक न्याय के रूप में परिभाषित किया जाता है। यह किसी भी प्रकार की तरफदारी का अभाव है।
यह भाई-भत्तीजावाद की विरोधी अवधारणा है। निष्पक्षता विद्यमान तथ्यों के अनुरूप बिना किसी भेदभाव के कार्य की मांग करती है। यद्यपि निष्पक्षता में संवेदना एवं सकारात्मक भेद की अवधारणा निहित रहती है। अर्थात् निष्पक्षता लक्ष्योन्मुख है।