अर्थव्यवस्था समसामयिकी 1 (12-October-2021)^तमिलनाडु की 'कन्याकुमारी लौंग' को मिला जीआई टैग^(Tamil Nadu's 'Kanyakumari Long' gets GI tag)
Posted on October 12th, 2021
तमिलनाडु में कन्याकुमारी जिले की पहाड़ियों में उगाए जाने वाले अनोखे लौंग के मसाले को 'कन्याकुमारी लौंग (Kanyakumari clove)' के रूप में भौगोलिक संकेत (जीआई) से सम्मानित किया गया है।
भारत में लौंग का कुल उत्पादन 1,100 मीट्रिक टन है और इसमें से 1,000 मीट्रिक टन हर साल तमिलनाडु में पैदा होता है जबकि 750 मीट्रिक टन लौंग का उत्पादन अकेले कन्याकुमारी जिले में होता है।
इसके अलावा, पारंपरिक डाई-पेंटेड आलंकारिक और पैटर्न वाले कपड़े को करुप्पुर कलमकारी (Karuppur kalamkari) पेंटिंग कहा जाता है और तमिलनाडु से कल्लाकुरिची (Kallakurichi) की लकड़ी की नक्काशी को भी जीआई टैग प्राप्त हुआ है।
अर्थव्यवस्था समसामयिकी 1 (12-October-2021)तमिलनाडु की 'कन्याकुमारी लौंग' को मिला जीआई टैग(Tamil Nadu's 'Kanyakumari Long' gets GI tag)
तमिलनाडु में कन्याकुमारी जिले की पहाड़ियों में उगाए जाने वाले अनोखे लौंग के मसाले को 'कन्याकुमारी लौंग (Kanyakumari clove)' के रूप में भौगोलिक संकेत (जीआई) से सम्मानित किया गया है।
भारत में लौंग का कुल उत्पादन 1,100 मीट्रिक टन है और इसमें से 1,000 मीट्रिक टन हर साल तमिलनाडु में पैदा होता है जबकि 750 मीट्रिक टन लौंग का उत्पादन अकेले कन्याकुमारी जिले में होता है।
इसके अलावा, पारंपरिक डाई-पेंटेड आलंकारिक और पैटर्न वाले कपड़े को करुप्पुर कलमकारी (Karuppur kalamkari) पेंटिंग कहा जाता है और तमिलनाडु से कल्लाकुरिची (Kallakurichi) की लकड़ी की नक्काशी को भी जीआई टैग प्राप्त हुआ है।