दहेज प्रथा रोकने हेतु सुझाव (Suggestions to Prevent Dowry System)

Posted on March 24th, 2020 | Create PDF File

दहेज प्रथा रोकने हेतु सुझाव (Suggestions to Prevent Dowry System)-

 

* समाज में पितृसत्तात्मक व्यवस्था की बुराईयों को समाप्त करना चाहिए ।

* महिलाओं की गरिमा को बहाल करना और बढ़ाना चाहिए |

* महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना चाहिए।

* महिलाओं के खिलाफ होने वाली दहेज हत्या के मामलों की शीघ्रता से जाँच होनी चाहिए ।

* दहेज हत्या से संबंधित मामलों की जाँच के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट की स्थापना करना चाहिए।

* विवाह का पंजीकरण एवं विवाह के अवसर पर दिए जाने वाले उपहारों की सूची तथा चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा रखना अनिवार्य किया जाना चाहिए।

* दहेज एक घृणित सामाजिक समस्या है और इसके निराकरण के लिए सामाजिक जागरूकता लाने की जरूरत है।

* दहेज लेन-देन से युवक-युवतियों की प्रतिष्ठा में गिरावट आती है। ऐसी सोच लोगों के बीच विकसित करना चाहिए।

* गरीब घरों की लड़कियों / महिलाओं के बीच साक्षरता कार्यक्रम चलाने की जरूरत है जिससे कि वे अपने कानूनी अधिकारों के प्रति सजग हो सकें।

* पैतृक सम्पत्ति में लड़कियों / महिलाओं की हिस्सेदारी को सुनिश्चित किया जाना चाहिए।

* लड़कियों की मानसिकता में बदलाव आना चाहिए जिससे की वे अपने को लड़कों से कमतर न आँके और न ही विवाह मात्र को बनाए रखने के लिए शोषण, उत्पीड़न सहे।

* सामाजिक कार्यों एवं संस्कारों में लड़कियों को भी लड़कों के समान अधिकार प्रदान किए जाने चाहिए।

* पुलिस के साथ-साथ गैर सरकारी संगठनों, स्वयं सेवी समूहों को भी महिला मृत्यु से संबंधित मामलों के प्रति संवेदनशील होना चाहिए।

* विवाह समारोहों पर खर्च की सीमा निर्धारित की जानी चाहिए।

* वर्तमान कानून की खामियों को दूर किया जाना चाहिए और उन्हें कठोर बनाया जाना चाहिए।

* वर्तमान कानून में यह बदलाव करना चाहिए जिससे कि दहेज देने वाले को कम दण्ड दिया जा सके क्योंकि दहेज देने वाला उत्पीड़न का शिकार होता है।

* घरेलू हिंसा अधिनियम के तहत नियुक्त संरक्षक अधिकारियों को सशक्त करने की जरूरत है जिससे कि वे दहेज उत्पीड़न संबंधी मामले में शिकायत दर्ज कर सके।

* महिलाओं को वस्तु समझने की मानसिकता से बाहर निकलना होगा।