अध्ययन प्रदर्शित करते हैं कि कोविड-19 सेंट्रल नर्वस सिस्टम को प्रभावित कर सकता है जिससे गंध और स्वाद खत्म हो सकता है
(Study shows that COVID 19 may affect the Central Nervous System causing loss of smell and taste)

Posted on April 26th, 2020 | Create PDF File

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भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी),जोधपुर के वैज्ञानिकों ने कोविड-19 वायरस सार्स-कोव-2 की न्यूरोइंवेसिव प्रकृति की खोज की है जो रेखांकित करती है कि संक्रमित रोगियों को गंध एवं स्वाद का नुकसान उनकी समस्त सेंट्रल नर्वस सिस्टम (सीएनएस) और मस्तिष्क में अंतनिर्हित संरचना को प्रभावित कर सकता है जिससे विनाशकारी प्रभावों के साथ वायरल संक्रमण हो सकता है।

 

डॉ. सुरजीत घोष और उनकी टीम ने बताया है कि सार्स-कोव-2 एचएसीई2 ( ह्यूमन एंजियोटेंसिन कन्वर्टिंग इंजाइम 2) नामक एक विशिष्ट मानव रिसेप्टर से संपर्क के लिए जाना जाता है जो वायरस का प्रवेश बिंदु भी होता है और लंग्स पारेनचेम्या से नैजल म्युकोसा तक अधिकांश मानव अंगों में सर्वव्यापी उपस्थिति होती है। ब्रेन भी इस रिसेप्टर को व्यक्त करने के लिए जाना जाता है।

 

उन्होंने इस तथ्य को स्वाद या गंध के लिए नुकसान का कारण बताया है कि नाक और मुंह वायरस के बहुत महत्वपूर्ण प्रवेश बिन्दु हैं जो इसके बाद धीरे-धीरे ओल्फैक्ट्री म्युकोसा के न्यूरॉन का उपयोग करते हुए ओल्फैक्ट्री बल्ब तक अपना रास्ता बना ले सकता है। अग्र मस्तिष्क में स्थित ओल्फैक्ट्री बल्ब वह संरचना है जो गंध की अनुभूति के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार है। यह कोविड-19 के कई लक्षणरहित वाहकों के साथ जुड़े गंध के नुकसान की व्याख्या करता है और सीएनएस को वायरल संक्रमण के समक्ष उजागर भी कर सकता है।

 

एसीएस कैमिकल न्यरोसाईंस में स्वीकृत एवं विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के एक सांविधिक निकाय साईंस एंड इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड (एसईआरबी) द्वारा समर्थित इस शोधपत्र ने संभावित उपचारात्मक कार्यनीतियों का सुझाव दिया है जिसे कोविड-19 के न्यूरोलाजिकल अभिव्यंजनाओं को समझने के आधार पर इससे लड़ने के लिए अपनाया जा सकता है।