साहित्य समसामयिकी 1 (22-September-2021)^साहित्य अकादमी फैलोशिप^(Sahitya Akademi Fellowship)
Posted on September 23rd, 2021
प्रख्यात अंग्रेज़ी लेखक ‘रस्किन बॉण्ड’, हिंदी लेखक ‘विनोद कुमार शुक्ला’ समेत छः अन्य लेखकों को ‘साहित्य अकादमी फैलोशिप’ के लिये चुना गया है।
‘साहित्य अकादमी फैलोशिप’ के लिये चुने गए अन्य लोगों में सिरशेंदु मुखोपाध्याय (बांग्ला), एम लीलावती (मलयालम), डॉ. भालचंद्र नेमाडे (मराठी), डॉ. तेजवंत सिंह गिल (पंजाबी), स्वामी रामभद्राचार्य (संस्कृत), इंदिरा पार्थसारथी (तमिल) शामिल हैं।
ज्ञात हो कि 300 से अधिक लघु कथाओं, निबंध और उपन्यास तथा बच्चों के लिये 30 से अधिक पुस्तकें लिखने वाले रस्किन बॉण्ड को ‘साहित्य अकादमी पुरस्कार’, साहित्य अकादमी के ‘बाल साहित्य पुरस्कार’, ‘पद्मश्री’ और ‘पद्मभूषण’ सहित अन्य प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।
साहित्य अकादमी भारतीय साहित्य के सक्रिय विकास हेतु समर्पित एक राष्ट्रीय संस्था है, जिसका उद्देश्य उच्च साहित्यिक मानदंड स्थापित करना, भारतीय भाषाओं में साहित्यिक गतिविधियों को समन्वित करना एवं उनका पोषण करना तथा उनके माध्यम से देश की सांस्कृतिक एकता का उन्नयन करना है।
भारत सरकार द्वारा इसकी स्थापना 12 मार्च, 1954 को की गई थी।
ज्ञात हो कि अकादमी द्वारा प्रत्येक वर्ष अपने द्वारा मान्यता प्रदत्त 24 भाषाओं में साहित्यिक कृतियों के साथ ही इन्हीं भाषाओं में परस्पर साहित्यिक अनुवाद के लिये भी पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं।
भारत के संविधान में शामिल 22 भाषाओं के अलावा साहित्य अकादमी ने अंग्रेज़ी तथा राजस्थानी को भी उन भाषाओं के रूप में मान्यता दी है जिसमें अकादमी के कार्यक्रम को लागू किया जा सकता है।
साहित्य समसामयिकी 1 (22-September-2021)साहित्य अकादमी फैलोशिप(Sahitya Akademi Fellowship)
प्रख्यात अंग्रेज़ी लेखक ‘रस्किन बॉण्ड’, हिंदी लेखक ‘विनोद कुमार शुक्ला’ समेत छः अन्य लेखकों को ‘साहित्य अकादमी फैलोशिप’ के लिये चुना गया है।
‘साहित्य अकादमी फैलोशिप’ के लिये चुने गए अन्य लोगों में सिरशेंदु मुखोपाध्याय (बांग्ला), एम लीलावती (मलयालम), डॉ. भालचंद्र नेमाडे (मराठी), डॉ. तेजवंत सिंह गिल (पंजाबी), स्वामी रामभद्राचार्य (संस्कृत), इंदिरा पार्थसारथी (तमिल) शामिल हैं।
ज्ञात हो कि 300 से अधिक लघु कथाओं, निबंध और उपन्यास तथा बच्चों के लिये 30 से अधिक पुस्तकें लिखने वाले रस्किन बॉण्ड को ‘साहित्य अकादमी पुरस्कार’, साहित्य अकादमी के ‘बाल साहित्य पुरस्कार’, ‘पद्मश्री’ और ‘पद्मभूषण’ सहित अन्य प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।
साहित्य अकादमी भारतीय साहित्य के सक्रिय विकास हेतु समर्पित एक राष्ट्रीय संस्था है, जिसका उद्देश्य उच्च साहित्यिक मानदंड स्थापित करना, भारतीय भाषाओं में साहित्यिक गतिविधियों को समन्वित करना एवं उनका पोषण करना तथा उनके माध्यम से देश की सांस्कृतिक एकता का उन्नयन करना है।
भारत सरकार द्वारा इसकी स्थापना 12 मार्च, 1954 को की गई थी।
ज्ञात हो कि अकादमी द्वारा प्रत्येक वर्ष अपने द्वारा मान्यता प्रदत्त 24 भाषाओं में साहित्यिक कृतियों के साथ ही इन्हीं भाषाओं में परस्पर साहित्यिक अनुवाद के लिये भी पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं।
भारत के संविधान में शामिल 22 भाषाओं के अलावा साहित्य अकादमी ने अंग्रेज़ी तथा राजस्थानी को भी उन भाषाओं के रूप में मान्यता दी है जिसमें अकादमी के कार्यक्रम को लागू किया जा सकता है।