स्वास्थ्य के क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका (Role of Women in Health)

Posted on March 20th, 2020 | Create PDF File

स्वास्थ्य देखभाल का सार चिकित्सा है। चूँकि यह देखभाल से सम्बद्ध है, इसलिए महिलाएँ स्वास्थ्य देखभाल के लिए आदर्श रूप से अनुकूल हैं। स्वास्थ्य देखभाल के विभिनन क्षेत्रों में विभिन्‍न भूमिकाओं में महिलाओं की मांग बढ़ती ही जा रही है।

 

स्वास्थ्य उद्योग विकसित हो रहा है और स्वास्थ्य प्रणाली में महिलाओं की बढ़ती भूमिका देश में उपचार के मानकों की उन्नति का एक महत्वपूर्ण पक्ष है। आज अधिकांश चिकित्सालयों में कार्यरत चिकित्सक,अन्य चिकित्सा कर्मी और प्रबंधन कार्य में महिलाओं की उपस्थिति को स्पष्ट देखा जा सकता है। इनमें से अनेक महिलाएँ परिचारिका (नर्स) के रूप में कार्यरत हैं जो जटिल देखभाल के जन क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, जहाँ गंभीर रूप से बीमार रोगियों पर निरंतर निगरानी रखने की आवश्यकता होती है।

 

जब मातृ और शिशु कल्याण की बात आती है तो महिलाओं को स्वाभाविक रूप से प्रथम वरीयता दी जाती है। ये वे जटिल क्षेत्र हैं जिनमें भारत को सुधार करना अपेक्षित है। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन का एक महत्वपूर्ण घटक आशा कार्यकर्त्ता नाम से प्रचलित मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्त्ता हैं, जिसके तहत प्रत्येक ग्राम में एक प्रशिक्षित महिला सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्त्ता उपलब्ध कराई जाती है। यात्रा शुरू हो चुकी है, परन्तु अभी बहुत से सेतु पार करने शेष हैं अर्थात्‌ अभी काफी कुछ करना बाकी है। समय की यह मांग है कि स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं में कार्यरत महिलाओं का सशक्तिकरण किया जाए ताकि इस क्षेत्र की समुन्नति के लिए उनकी क्षमताओं का अधिकतम उपयोग किया जा सके। चिकित्सकों, बुद्धिजीवियों, नीति निर्माताओं और शोधकर्ताओं को विचारों व नीतियों का आदान-प्रदान करना चाहिए तथा स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में महिला कर्मियों की उन्‍नति के लिए अन्य क्षेत्रों में अपनाई जा रही सर्वोत्तम प्रथाओं से सीखकर प्रयास करने चाहिए।

 

देश में नर्सिंग शिक्षा को इस प्रकार व्यवस्थित करने की आवश्यकता है कि उससे परिचारिकाओं को अपने करियर में उन्‍नति और विकास के लिए निरंतर शिक्षा मिल सके। इसके अतिरिक्त, चिकित्सालयों और अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं को अपनी महिला कर्मियों के मुद्दों को संवेदनशीलता से समझना चाहिए क्‍योंकि वे उनके सुचारू कार्य संचालन का अविभाज्य हिस्सा हैं। पोषण और संरक्षण के वातावरण में महिलाएँ स्वाभाविक रूप से स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र का नेतृत्व कर सकती हैं। वे अपनी अनुभवों का उपयोग कर ऐसी स्वास्थ्य-देखभाल व्यवस्था बनाने में सहायता कर सकती हैं जो राष्ट्र के स्वास्थ्यकी ढाल बनकर रक्षा कर सके।