विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी समसामयिकी 2(26-Sept-2022)
रोहिणी साउंडिंग रॉकेट
(Rohini Sounding Rocket)

Posted on September 26th, 2022 | Create PDF File

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भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organisation-ISRO) रोहिणी आरएच-200 साउंडिंग रॉकेट के लगातार 200वें सफल प्रक्षेपण की योजना बना रहा है।

 

रोहिणी साउंडिंग रॉकेट परिवार के आरएच-200 ने लगातार 198 सफल उड़ानें पूरी की हैं।

 

199वाँ प्रक्षेपण अक्तूबर 2022 में विश्व अंतरिक्ष सप्ताह (4-10 अक्तूबर) समारोह के दौरान होगा। 200वाँ प्रक्षेपण अक्टूबर के अंत या नवंबर 2022 की शुरुआत में होगा।

 

साउंडिंग रॉकेट :

 

साउंडिंग रॉकेट एक या दो चरण के ठोस प्रणोदक रॉकेट हैं जिनका उपयोग ऊपरी वायुमंडलीय क्षेत्रों की जाँच और अंतरिक्ष अनुसंधान के लिये किया जाता है।

 

वे लॉन्च व्हीकल और उपग्रहों में उपयोग के लिये नए घटकों या उप-प्रणालियों के प्रोटोटाइप का परीक्षण या साबित करने हेतु आसानी से वहनीय प्लेटफॉर्म के रूप में भी काम करते हैं।

 

इतिहास :

 

थुंबा इक्वेटोरियल रॉकेट लॉन्चिंग स्टेशन (TERLS) की स्थापना 21 नवंबर, 1963 को हुई थी। इसका दक्षिणी सिरा पृथ्वी के चुंबकीय भूमध्य रेखा के करीब है।

 

वर्ष 1963 में थुंबा से पहले साउंडिंग रॉकेट (अमेरिकन नाइके-अपाचे) के प्रक्षेपण ने भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत को चिह्नित किया और निर्मित सभी वाहनों का आधार बना।

 

इसरो ने वर्ष 1965 से स्वदेश निर्मित साउंडिंग रॉकेट के प्रक्षेपण के साथ शुरुआत की थी तथा वर्ष 1967 में अपना संस्करण रोहिणी आरएच-75 प्रक्षेपित किया था।

 

वर्ष 1975 में, रोहिणी साउंडिंग रॉकेट (RSR) कार्यक्रम के तहत सभी साउंडिंग रॉकेट गतिविधियों को अव्यवस्थित कर दिया गया था।

 

साउंडिंग रॉकेट की शृंखला को रोहिणी शृंखला कहा जाता है, जिसमें आरएच-200, आरएच-300 और आरएच-560 सबसे महत्त्वपूर्ण हैं।

 

RH-200 :

 

आरएच -200 एक दो-चरणीय रॉकेट है जो वैज्ञानिक पेलोड के साथ 70 किमी की ऊँचाई तक जाने में सक्षम है।

 

आरएच-200 के पहले और दूसरे चरण ठोस मोटर्स द्वारा संचालित होते हैं।

 

वर्षों से आरएच-200 रॉकेट ने पॉलीविनाइल क्लोराइड (पीवीसी) आधारित प्रणोदक का उपयोग किया था।

 

हाइड्रॉक्सिल-टर्मिनेटेड पॉलीब्यूटाडाइन (HTPB) पर आधारित एक नए प्रणोदक का उपयोग करने वाला पहला RH-200 सितंबर 2020 में TERLS से सफलतापूर्वक उड़ाया गया था।

 

PVC आधारित प्रणोदक की तुलना में HTPB आधारित प्रणोदक अधिक ऊर्जावान, उच्च यांत्रिक और इंटरफेस के साथ हैं तथा कम प्रसंस्करण तापमान के कारण इसमें कम दोष हैं।

 

RH-200 नाम '200' मिमी रॉकेट के व्यास को दर्शाता है। अन्य परिचालन रोहिणी वेरिएंट RH-300 Mk-II और RH-560 Mk-III हैं।