पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी समसामयिकी 3 (7-June-2021)^रायमोना राष्ट्रीय उद्यान^(Raimona National Park)
Posted on June 7th, 2021
श्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर असम के मुख्यमंत्री ने भूटान की सीमा से लगे बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र (BTR) के तहत कोकराझार ज़िले में ‘रायमोना रिज़र्व फॉरेस्ट’ को राज्य के छठे राष्ट्रीय उद्यान के रूप में घोषित किया है।
राज्य के अन्य पाँच राष्ट्रीय उद्यानों में शामिल हैं- काजीरंगा, मानस, नामेरी, ओरंग और डिब्रू-सैखोवा।
बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र (BTR) के भीतर स्थित रायमोना राष्ट्रीय उद्यान, 422 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र के साथ एक सन्निहित वन का हिस्सा है, जो भारत-भूटान सीमा के साथ अधिसूचित रिपू रिज़र्व वन के उत्तरी भाग को कवर करता है।
यहाँ सुनहरे लंगूर, एशियाई हाथियों, बाघों, क्लाउडेड तेंदुआ, भारतीय गौर, जंगली भैंस, चित्तीदार हिरण और हॉर्नबिल के साथ तितलियों की 150 से अधिक प्रजातियों, पक्षियों की 170 प्रजातियों तथा पौधों एवं ऑर्किड की 380 किस्में मौजूद हैं।
नया राष्ट्रीय उद्यान उन सीमांत ग्रामीणों के लिये पारिस्थितिकी पर्यटन हेतु महत्त्वपूर्ण अवसर प्रदान करेगा, जो वर्तमान में आंशिक रूप से अथवा पूर्णतः अपनी आजीविका के लिये वन संसाधनों पर निर्भर हैं।
पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी समसामयिकी 3 (7-June-2021)रायमोना राष्ट्रीय उद्यान(Raimona National Park)
श्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर असम के मुख्यमंत्री ने भूटान की सीमा से लगे बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र (BTR) के तहत कोकराझार ज़िले में ‘रायमोना रिज़र्व फॉरेस्ट’ को राज्य के छठे राष्ट्रीय उद्यान के रूप में घोषित किया है।
राज्य के अन्य पाँच राष्ट्रीय उद्यानों में शामिल हैं- काजीरंगा, मानस, नामेरी, ओरंग और डिब्रू-सैखोवा।
बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र (BTR) के भीतर स्थित रायमोना राष्ट्रीय उद्यान, 422 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र के साथ एक सन्निहित वन का हिस्सा है, जो भारत-भूटान सीमा के साथ अधिसूचित रिपू रिज़र्व वन के उत्तरी भाग को कवर करता है।
यहाँ सुनहरे लंगूर, एशियाई हाथियों, बाघों, क्लाउडेड तेंदुआ, भारतीय गौर, जंगली भैंस, चित्तीदार हिरण और हॉर्नबिल के साथ तितलियों की 150 से अधिक प्रजातियों, पक्षियों की 170 प्रजातियों तथा पौधों एवं ऑर्किड की 380 किस्में मौजूद हैं।
नया राष्ट्रीय उद्यान उन सीमांत ग्रामीणों के लिये पारिस्थितिकी पर्यटन हेतु महत्त्वपूर्ण अवसर प्रदान करेगा, जो वर्तमान में आंशिक रूप से अथवा पूर्णतः अपनी आजीविका के लिये वन संसाधनों पर निर्भर हैं।