आधिकारिक बुलेटिन -1 (16-Sept-2020)
प्रधानमंत्री ऐतिहासिक कोसी रेल महासेतु राष्ट्र को समर्पित करेंगे
(Prime Minister to dedicate the historic Kosi Rail Mahasetu to the Nation)

Posted on September 16th, 2020 | Create PDF File

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प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी 18 सितंबर 2020 को दोपहर 12 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ऐतिहासिक कोसी रेल महासेतु राष्ट्र को समर्पित करेंगे।

 

इसके अलावा प्रधानमंत्री बिहार के रेल यात्रियों की सुविधाओं के लिए 12 रेल परियोजनाओं का शुभारंभ भी करेंगे। इसमें किउल नदी पर एक नया रेल पुल, दो नई रेल लाइनें, 5 विद्युतीकरण परियोजनाएं, एक विद्युत लोकोमोटिव शेड और बढ़-बख्तियारपुर के बीच तीसरी नई लाइन परियोजना शामिल हैं।

 

कोसी रेल महासेतु को जनता को समर्पित किया जाना न सिर्फ बिहार के इतिहास में बल्कि पूर्वोत्तर क्षेत्र से संपर्क के लिए एक ऐतिहासिक क्षण होगा।

 

वर्ष 1887 में निर्मली और भापतियाही (सरायगढ़) के बीच एक मीटर गेज लाइन शुरू की गई थी। लेकिन वर्ष 1934 में आई भयानक बाढ़ और भारत-नेपाल में आए भूकंप के चलते यह लाइन तबाह हो गई थी। कोसी नदी की प्रकृति के चलते लंबे समय तक इस रेल मार्ग को शुरू किए जाने का कोई प्रयास नहीं किया गया।

 

कोसी महा सेतु परियोजना के लिए तत्कालीन केंद्र सरकार ने 2003-04 में मंजूरी दे दी थी। कोसी महासेतु की लंबाई 1.9 किलोमीटर है और इसके निर्माण में 516 करोड़ रूपये की लागत आई है। भारत-नेपाल सीमा के करीब होने के चलते इस पुल का रणनीतिक महत्व भी है। यह परियोजना कोविड महामारी के दौरान पूरी हुई जिसके निर्माण में घर वापसी करने वाले प्रवासी मजदूरों ने भी भाग लिया।

 

इस परियोजना को जनता को समर्पित किए जाने से क्षेत्र के लोगों का 86 वर्ष पुराना स्वप्न साकार हो रहा है और लंबी प्रतीक्षा पूरी हो रही है। प्रधानमंत्री इस महासेतु को समर्पित करने के साथ ही सुपौल स्टेशन से सहरसा-आसनपुर कुफा डेमो ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इस मार्ग पर जब रेलगाड़ियों का जनता के लिए परिचालन शुरू हो जाएगा तब सुपौल, अररिया और सहरसा जिलों के लोगों के लिए यह मार्ग बेहद लाभकारी सिद्ध होगा। इससे क्षेत्र के लोगों को कोलकाता, दिल्ली और मुंबई जैसे लंबी दूरी वाले स्थानों तक जाना और आना सुलभ हो जाएगा।