अंतर्राष्ट्रीय समसामयिकी 1(11-May-2023)
पर्सोना नॉन ग्राटा
(Persona Non Grata)

Posted on May 11th, 2023 | Create PDF File

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कनाडा और चीन के बीच राजनयिक तनाव बढ़ता जा रहा है, इसके चलते राजनयिकों का निष्कासन किया गया है, कनाडा ने एक चीनी राजनयिक को निष्कासित कर दिया तो चीन ने कनाडाई राजनयिक को पर्सोना नॉन ग्राटा घोषित किया है।

 

पर्सोना नॉन ग्राटा की अवधारणा की जड़ें राजनयिक संबंधों पर वियना अभिसमय में पाई जाती हैं, जो वर्ष 1961 में हस्ताक्षरित एक संधि है, यह देशों के बीच राजनयिक संबंधों को नियंत्रित करती है।

 

संधि के अनुच्छेद 9 के अनुसार, किसी देश को "किसी भी समय और अपने निर्णय की व्याख्या किये बिना" राजनयिक स्टाफ के किसी भी सदस्य को पर्सोना नॉन ग्राटा घोषित करने का अधिकार है।

 

यह पदनाम राजनयिक महत्त्व रखता है और यह दर्शाता है कि वह अवांछित व्यक्ति है जिसकी देश में उपस्थिति प्रतिबंधित है।

 

पर्सोना नॉन ग्राटा का उपयोग केवल राजनयिकों तक ही सीमित नहीं है।

 

यह उन विदेशी व्यक्तियों पर भी लागू किया जा सकता है जो राजनयिक मिशनों का हिस्सा नहीं हैं, लेकिन जिनका देश में प्रवेश या उपस्थिति अवांछनीय मानी जाती है।

 

वियना अभिसमय किसी देश को अन्य देशों के कार्यों के प्रति असंतोष व्यक्त करने के साधन के रूप में इस अधिकार का प्रयोग करने की अनुमति देता है।

 

जबकि अभिसमय किसी व्यक्ति को पर्सोना नॉन ग्राटा घोषित करने के लिये विशिष्ट मानदंड स्थापित नहीं करता है, ऐतिहासिक तौर पर इसका उपयोग राजनयिक स्वीकृति या प्रतिशोध के रूप में किया जाता है।

 

शीत युद्ध के दौरान इसे अकसर संयुक्त राज्य अमेरिका और सोवियत संघ के बीच "जैसे को तैसा" उपाय के रूप में इस्तेमाल किया जाता था, दोनों पक्षों ने कथित उकसावे की घटना के जवाब में एक-दूसरे के राजनयिकों को निष्कासित कर दिया था।

 

कूटनीति के दायरे से बाहर भी मनोरंजन उद्योग के व्यक्तियों, जैसे कि हॉलीवुड अभिनेता ब्रैड पिट को राजनीतिक रूप से संवेदनशील समझी जाने वाली परियोजनाओं में उनकी भागीदारी के कारण कुछ देशों में इस पदनाम का सामना करना पड़ा है।