रक्षा समसामयिकी 1(18-Jan-2023)पंकज कुमार सिंह डिप्टी NSA नियुक्त हुए(Pankaj Kumar Singh appointed as Deputy NSA)
Posted on January 18th, 2023 | Create PDF File
सीमा सुरक्षा बल (BSF) के रिटायर्ड डायरेक्टर जनरल पंकज कुमार सिंह को दो वर्ष के लिए डिप्टी NSA नियुक्त किया गया है।
अब वह राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ मिलकर काम करेंगे।
देश की राष्ट्रीय सुरक्षा और चीन के साथ LAC की वर्तमान स्थिति को देखते हुए उनकी नियुक्ति को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (Deputy National Security Advisor) के रूप में IPS पंकज सिंह की नियुक्ति 14 जनवरी से ही प्रभावी हो गयी है।
IPS पंकज सिंह :
पंकज कुमार सिंह 1988 बैच के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी है, उनका जन्म 19 दिसंबर 1962 को लखनऊ में हुआ था।
उन्होंने 31 अगस्त 2021 से 31 दिसंबर 2022 की अवधि तक BSF के 29वें महानिदेशक के रूप में अपनी सेवाएं दी थी।
IPS पंकज राजस्थान राज्य में 24 दिसंबर 2018 से फरवरी 2020 तक एडीजी ट्रैफिक के रूप में कार्य किया है इसके अतिरिक्त वह 2014 से 2018 के मध्य एडीजी क्राइम (राजस्थान) भी रह चुके है।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार :
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) भारत की नेशनल सिक्यूरिटी काउंसिल का वरिष्ठ अधिकारी होता है।
जो राष्ट्रीय सुरक्षा नीति और अंतर्राष्ट्रीय मामलों पर प्रधानमंत्री के मुख्य सलाहकार होते है।
NSA की रैंक केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के समान होती है।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधान सचिव रह चुके ब्रजेश मिश्रा को भारत का पहला राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नियुक्त किया गया था।
वर्तनाम में अजीत डोभाल भारत के NSA है।
NSA, देश की इंटेलिजेंस एजेंसियों (R&AW, IB, NTRO आदि) से रिपोर्ट प्राप्त करता है और उन्हें देश के प्रधानमंत्री के साथ साझा करता है।
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (NSC) :
NSC देस की शीर्ष एजेंसी है जो आंतरिक और बाहरी सुरक्षा, सैन्य मामलों, आतंकवाद, अर्थव्यवस्था, पर्यावरण आदि से जुड़े राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों को देखती है।
NSC की स्थापना 1998 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार द्वारा किया गया था।
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता प्रधानमंत्री द्वारा की जाती है और देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार इसके सचिव होते है।
NSC के सदस्य:
NSA के अलावा अन्य सदस्यों में उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, रक्षा मंत्री, गृहमंत्री, विदेश मंत्री, वित्त मंत्री और नीति आयोग के उपाध्यक्ष होते है. किसी विशेष संदर्भ में अन्य सदस्यों को भी इसकी बैठकों में शामिल होने के लिए बुलाया जा सकता है।