अन्तर्राष्ट्रीय समसामियिकी 2 (6-Dec-2019)^कच्चा तेल के दैनिक उत्पादन में पांच लाख बैरल की अतिरिक्त कटौती पर सहमत हुआ ओपेक (OPEC agreed to cut additional five million barrels of daily crude oil production)
Posted on December 6th, 2019
तेल उत्पादको के मंच ओपेक के सदस्य देशों तथा रूस जैसे उनके अन्य मित्र उत्पादक देशों के बीच कच्चे तेल के दैनिक उत्पादन में पांच लाख बैरल की अतिरिक्त कमी किए जाने की शुक्रवार को सहमति बनी।
यह समझौता पहली जनवरी से लागू होगा।
यह कटौती उत्पादन का स्तर कम रखने के लिए उनके बीच इस समय चल रही सहमति के अतिरिक्त है।
वियना में ओपेक के मुख्यालय पर इन देशों के मंत्री लंबी माथापच्ची के बाद नए करार पर पहुंचे। उत्पादक देशों का मानना है कि इस समय वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की आपूर्ति जरूरत से अधिक है, इससे कीमतें नीचे आने का जोखिम है।
बैठक के बाद जारी बयान में कहा गया कि मंत्रियों ने ‘‘ दैनिक उत्पादन में पांच लाख बैरल की और कमी करने का फैसला किया है।’’ यह निर्णय एक जनवरी 2020 से लागू होगा।
इससे पहले इन देशों में गत दिसंबर में उत्पादन को अक्टूबर 2018 के स्तर से 12 लाख बैरल कम करने का समझौता हुआ था। जुलाई में इस समझौते को और आगे के लिए प्रभावी कर दिया गया। कटौती मार्च 2020 तक बनाए रखने का निर्णय हुआ था।
अन्तर्राष्ट्रीय समसामियिकी 2 (6-Dec-2019)कच्चा तेल के दैनिक उत्पादन में पांच लाख बैरल की अतिरिक्त कटौती पर सहमत हुआ ओपेक (OPEC agreed to cut additional five million barrels of daily crude oil production)
तेल उत्पादको के मंच ओपेक के सदस्य देशों तथा रूस जैसे उनके अन्य मित्र उत्पादक देशों के बीच कच्चे तेल के दैनिक उत्पादन में पांच लाख बैरल की अतिरिक्त कमी किए जाने की शुक्रवार को सहमति बनी।
यह समझौता पहली जनवरी से लागू होगा।
यह कटौती उत्पादन का स्तर कम रखने के लिए उनके बीच इस समय चल रही सहमति के अतिरिक्त है।
वियना में ओपेक के मुख्यालय पर इन देशों के मंत्री लंबी माथापच्ची के बाद नए करार पर पहुंचे। उत्पादक देशों का मानना है कि इस समय वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की आपूर्ति जरूरत से अधिक है, इससे कीमतें नीचे आने का जोखिम है।
बैठक के बाद जारी बयान में कहा गया कि मंत्रियों ने ‘‘ दैनिक उत्पादन में पांच लाख बैरल की और कमी करने का फैसला किया है।’’ यह निर्णय एक जनवरी 2020 से लागू होगा।
इससे पहले इन देशों में गत दिसंबर में उत्पादन को अक्टूबर 2018 के स्तर से 12 लाख बैरल कम करने का समझौता हुआ था। जुलाई में इस समझौते को और आगे के लिए प्रभावी कर दिया गया। कटौती मार्च 2020 तक बनाए रखने का निर्णय हुआ था।