राष्ट्रीय समसामियिकी 2 (22-Feb-2021)^नर्चरिंग नेबरहुड चैलेंज^ (Nurturing Neighbourhoods Challenge)
Posted on February 22nd, 2021
हाल ही में आवास तथा शहरी कार्य मंत्रालय ने स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत ‘नर्चरिंग नेबरहुड चैलेंज’ कोहॉर्ट की घोषणा की है।
‘नर्चरिंग नेबरहुड चैलेंज’ कोहॉर्ट बर्नाड वैन लीयर फाउंडेशन (बीबीएलएफ) तथा डब्ल्यूआरआई इंडिया के तकनीकी साझीदारी से प्रारंभ किया गया है।यह चैलेंज तीन वर्ष का कार्यक्रम है और इसका उद्देश्य सरकार के स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत बचपन अनुकूल पड़ोस (Childhood-Friendly Neighborhoods) को समर्थन देना है।इसके लिए आवास तथा शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत आने वाले 25 शहरों के चयन की घोषणा की गयी है।नर्चरिंग नेबरहुड चैलेंज के लिए चुने गए शहर हैं अगरतला, बैंगलुरु, कोयम्बटुर, धर्मशाला, इरोड, हुबली-धारवाड़, हैदराबाद, इंदौर, जबलपुर, काकीनाडा, कोच्चि, कोहिमा, कोटा, नागपुर, राजकोट, रांची, रोहतक, राउरकेला, सलेम, सूरत, तिरुवंतपुरम, तिरूप्पुर, उज्जैन, बडोदरा तथा वारांगल।
नर्चरिंग नेबरहुड चैलेंज के उद्देश्य-
समावेशी विकास के प्राथमिक उद्देश्य के अंतर्गत भारत सरकार सभी कमजोर नागरिकों विशेषकर छोटे बच्चों के लिए शहरी क्षेत्रों में अवसरों को बढ़ाने के लिए संकल्पबद्ध है। नर्चरिंग नेबरहुड चैलेंज का लक्ष्य भारतीय शहरों के नियोजन और प्रबंधन में बचपन के विकास (0-5 वर्ष के बच्चों) पर ध्यान केंद्रित करना है।नर्चरिंग नेबरहुड चैलेंज 4 नवंबर 2020 को लॉन्च किया गया है। इसमें सभी स्मार्ट सिटी, राज्यों तथा केंद्रशासित प्रदेशों की राजधानियों तथा पांच लाख से ऊपर की आबादी वाले शहरों से आवेदन आमंत्रिक किए गए थे।तीन वर्ष की इस कार्यक्रम के अंतर्गत चयनित शहर अपने प्रस्ताव, तैयारी तथा अपने संकल्प के आधार पर तकनीकी सहायता और क्षमता सृजन सहायता प्राप्त करेंगे ताकि छोटे बच्चों के जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने में विकास और समाधान योग्य कार्य किए जा सकें।इस अवधि में इस कार्यक्रम से शहर के नेताओं, प्रबंधकों, कर्चमचारियों, इंजीनियरों, शहरी प्लेनर तथा आर्किटेक्ट को भी भारत की शहरों के नियोजन और प्रबंधन में बचपन विकास पर फोकस को शामिल करने में सक्षम बनाएगा।
राष्ट्रीय समसामियिकी 2 (22-Feb-2021)नर्चरिंग नेबरहुड चैलेंज (Nurturing Neighbourhoods Challenge)
हाल ही में आवास तथा शहरी कार्य मंत्रालय ने स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत ‘नर्चरिंग नेबरहुड चैलेंज’ कोहॉर्ट की घोषणा की है।
‘नर्चरिंग नेबरहुड चैलेंज’ कोहॉर्ट बर्नाड वैन लीयर फाउंडेशन (बीबीएलएफ) तथा डब्ल्यूआरआई इंडिया के तकनीकी साझीदारी से प्रारंभ किया गया है।यह चैलेंज तीन वर्ष का कार्यक्रम है और इसका उद्देश्य सरकार के स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत बचपन अनुकूल पड़ोस (Childhood-Friendly Neighborhoods) को समर्थन देना है।इसके लिए आवास तथा शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत आने वाले 25 शहरों के चयन की घोषणा की गयी है।नर्चरिंग नेबरहुड चैलेंज के लिए चुने गए शहर हैं अगरतला, बैंगलुरु, कोयम्बटुर, धर्मशाला, इरोड, हुबली-धारवाड़, हैदराबाद, इंदौर, जबलपुर, काकीनाडा, कोच्चि, कोहिमा, कोटा, नागपुर, राजकोट, रांची, रोहतक, राउरकेला, सलेम, सूरत, तिरुवंतपुरम, तिरूप्पुर, उज्जैन, बडोदरा तथा वारांगल।
नर्चरिंग नेबरहुड चैलेंज के उद्देश्य-
समावेशी विकास के प्राथमिक उद्देश्य के अंतर्गत भारत सरकार सभी कमजोर नागरिकों विशेषकर छोटे बच्चों के लिए शहरी क्षेत्रों में अवसरों को बढ़ाने के लिए संकल्पबद्ध है। नर्चरिंग नेबरहुड चैलेंज का लक्ष्य भारतीय शहरों के नियोजन और प्रबंधन में बचपन के विकास (0-5 वर्ष के बच्चों) पर ध्यान केंद्रित करना है।नर्चरिंग नेबरहुड चैलेंज 4 नवंबर 2020 को लॉन्च किया गया है। इसमें सभी स्मार्ट सिटी, राज्यों तथा केंद्रशासित प्रदेशों की राजधानियों तथा पांच लाख से ऊपर की आबादी वाले शहरों से आवेदन आमंत्रिक किए गए थे।तीन वर्ष की इस कार्यक्रम के अंतर्गत चयनित शहर अपने प्रस्ताव, तैयारी तथा अपने संकल्प के आधार पर तकनीकी सहायता और क्षमता सृजन सहायता प्राप्त करेंगे ताकि छोटे बच्चों के जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने में विकास और समाधान योग्य कार्य किए जा सकें।इस अवधि में इस कार्यक्रम से शहर के नेताओं, प्रबंधकों, कर्चमचारियों, इंजीनियरों, शहरी प्लेनर तथा आर्किटेक्ट को भी भारत की शहरों के नियोजन और प्रबंधन में बचपन विकास पर फोकस को शामिल करने में सक्षम बनाएगा।