राष्ट्रीय समसामियिकी 1 (17-Sept-2020)^सिविल सेवाएं परीक्षा से सीसैट हटाने का कोई प्रस्ताव नहीं: सरकार^(No proposal to remove CSAT from Civil Services Examination: Government)
Posted on September 17th, 2020
केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया कि सिविल सेवा परीक्षा (सीएसई) से सिविल सेवा एप्टीट्यूट टेस्ट (सीसैट) को हटाने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
देश में संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) सिविल सेवा परीक्षा का संचालन करता है। इसके तीन चरण - प्राथमिक, प्रधान और साक्षात्कार होते हैं। इन परीक्षाओं के माध्यम से देश में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) सहित कुछ अन्य पदों के लिए अधिकारियों का चयन होता है।
सीसैट सिविल सेवा के प्राथमिक चरण का हिस्सा है।
राज्यसभा में एक लिखित सवाल में पूछा गया था कि क्या सिविल सेवा परीक्षा के लिए सीसैट को हटाने का सरकार के पास कोई प्रस्ताव है ? इसके जवाब में कार्मिक, लोक शिकायत तथा पेंशन मंत्रालय में राज्यमंत्री जितेन्द्र सिंह ने कहा, ‘‘नहीं ’’।
यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार सिविल सेवा परीक्षा प्रणाली में परिवर्तन करने जा रही है, जिसमें साक्षात्कारों के स्थान पर मनोवैज्ञानिक परीक्षण किया जाना शामिल है, सिंह ने जवाब ‘‘ना’’ में दिया।
राष्ट्रीय समसामियिकी 1 (17-Sept-2020)सिविल सेवाएं परीक्षा से सीसैट हटाने का कोई प्रस्ताव नहीं: सरकार(No proposal to remove CSAT from Civil Services Examination: Government)
केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया कि सिविल सेवा परीक्षा (सीएसई) से सिविल सेवा एप्टीट्यूट टेस्ट (सीसैट) को हटाने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
देश में संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) सिविल सेवा परीक्षा का संचालन करता है। इसके तीन चरण - प्राथमिक, प्रधान और साक्षात्कार होते हैं। इन परीक्षाओं के माध्यम से देश में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) सहित कुछ अन्य पदों के लिए अधिकारियों का चयन होता है।
सीसैट सिविल सेवा के प्राथमिक चरण का हिस्सा है।
राज्यसभा में एक लिखित सवाल में पूछा गया था कि क्या सिविल सेवा परीक्षा के लिए सीसैट को हटाने का सरकार के पास कोई प्रस्ताव है ? इसके जवाब में कार्मिक, लोक शिकायत तथा पेंशन मंत्रालय में राज्यमंत्री जितेन्द्र सिंह ने कहा, ‘‘नहीं ’’।
यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार सिविल सेवा परीक्षा प्रणाली में परिवर्तन करने जा रही है, जिसमें साक्षात्कारों के स्थान पर मनोवैज्ञानिक परीक्षण किया जाना शामिल है, सिंह ने जवाब ‘‘ना’’ में दिया।