राष्ट्रीय समसामयिकी 2 (29-November-2021)
नीति आयोग का गरीबी सूचकांक: बहुआयामी गरीबी में बिहार सबसे गरीब
(NITI Aayog's poverty index: Bihar poorest in multidimensional poverty)

Posted on November 30th, 2021 | Create PDF File

hlhiuj

सरकार के थिंक टैंक नीति आयोग ने राष्ट्रीय, राज्य / केंद्र शासित प्रदेश और जिला स्तरों पर गरीबी को मापने के लिए पहला बहुआयामी गरीबी सूचकांक (Multi-dimensional Poverty Index - MPI) जारी किया है।

 

उद्घाटन सूचकांक के अनुसार, बिहार को बहुआयामी गरीबी के उच्चतम स्तर वाले राज्य के रूप में चुना गया है।

 

राज्य की 51.91 प्रतिशत आबादी बहुआयामी गरीब है।

 

बहुआयामी गरीब के रूप में राज्य की 42.16 प्रतिशत आबादी के साथ झारखंड दूसरे स्थान पर है।

 

इसके बाद उत्तर प्रदेश 37.79 प्रतिशत, मध्य प्रदेश (36.65 प्रतिशत) और मेघालय (32.67 प्रतिशत) शीर्ष पांच सबसे गरीब राज्यों में है।

 

इस बीच, केरल (0.71 प्रतिशत), गोवा (3.76%), सिक्किम (3.82%), तमिलनाडु (4.89%) और पंजाब (5.59%) पूरे भारत में शीर्ष 5 सबसे कम गरीबी वाले राज्य हैं।

 

केरल में कोट्टायम एकमात्र ऐसा जिला है जिसने सूचकांक के अनुसार पूरे देश में शून्य गरीबी दर्ज की है।