हाल ही में शहरी शासन व्यवस्था में सकारात्मक परिवर्तन के उद्देश्य से राष्ट्रीय शहरी डिजिटल मिशन सहित कई अन्य डिजिटल कार्यक्रमों की शुरुआत की गई है।
नागरिक-केंद्रित शासन व्यवस्था का निर्माण करने की दिशा में शहरी और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बेहतर तालमेल स्थापित करने के लिए आदर्श स्थिति पैदा करने के लिए राष्ट्रीय शहरी डिजिटल मिशन की शुरुआत की गई है।इसके साथ ही इंडिया अर्बन डाटा एक्सचेंज (आईयूडीएक्स), स्मार्टकोड, स्मार्ट सिटी 2.0 वेबसाइट और भू-स्थानिक प्रबंधन सूचना प्रणाली (जीएमआईएस) जैसी कई अन्य पहल को भी लॉन्च किया गया।ये पहल प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया और आत्म निर्भर भारत के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में दोनों मंत्रालयों द्वारा किए जा रहे प्रयासों में शामिल हैं।इन पहलों के जरिए अपने नागरिकों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने और उनकी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए शहरों को अधिक आत्मनिर्भर और सक्षम बनाया जाएगा।
राष्ट्रीय शहरी डिजिटल मिशन (एनयूडीएम) शहरों और नगरों को समग्र सहायता प्रदान करने के लिए पीपुल्स, प्रोसेस और प्लेटफॉर्म जैसे तीन स्तंभों पर काम करते हुए शहरी भारत के लिए साझा डिजिटल बुनियादी ढांचा विकसित करेगा।यह मिशन वर्ष 2022 तक 2022 शहरों और 2024 तक भारत के सभी शहरों और नगरों में शहरी शासन और सेवा वितरण के लिए नागरिक केन्द्रित इकोसिस्टम द्वारा संचालित दृष्टिकोण को साकार करने का काम करेगा।एनयूडीएम एक साझा डिजिटल बुनियादी ढांचा तैयार करेगा, जहाँ आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय की विभिन्न डिजिटल पहलों को समाहित कर इनका लाभ लिया जा सकता है। शहरों और नगरों की ज़रूरतों और स्थानीय चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए भारत के शहर और नगर इस पहल के विविध रूप और समर्थन से लाभान्वित होंगे।
इंडिया अर्बन डाटा एक्सचेंज को स्मार्ट सिटी मिशन और भारतीय विज्ञान संस्थान बेंगलुरु द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है।आईयूडीएक्स एक ओपन-सोर्स सॉफ़्टवेयर प्लेटफ़ॉर्म है, जो विभिन्न डाटा प्लेटफ़ॉर्म, थर्ड पार्टी प्रमाणन एवं अधिकृत एप्लिकेशंस और अन्य स्रोतों के बीच डाटा के सुरक्षित, प्रमाणित और व्यवस्थित आदान-प्रदान की सुविधा देता है।
स्मार्टकोड एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जो शहरी शासन को बेहतर बनाने के उद्देश्य से सभी इकोसिस्टम हितधारकों को विभिन्न समाधानों और एप्लिकेशंस के लिए ओपन-सोर्स कोड के भंडार में योगदान देने के लिए सक्षम बनाता है।इसे उन चुनौतियों का समाधान करने के लिए डिजाइन किया गया है, जिनका सामना शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) को शहरी चुनौतियों का समाधान निकालते समय डिजिटल एप्लिकेशंस को विकसित करने और इन्हें लागू करने के दौरान किया जाता है।
न्यू स्मार्ट सिटी वेबसाइट वर्जन 2.0 यह वेबसाइट स्मार्ट सिटी से संबंधित पहलों के लिए सिंगल स्टॉप की तरह काम करेगी।वेबसाइट के साथ भू-स्थानिक प्रबंधन सूचना प्रणाली (जीएमआईएस) को जोड़ा गया है।यह वेबसाइट स्मार्ट सिटी मिशन के लिए एक सिंगल विंडो की सुविधा प्रदान करती है। यह एक ऐसा पोर्टल है, जो स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शुरू किए गए सभी प्लेटफार्मों और पहलों के प्रवेश द्वार के रूप में काम करता है।यह वेबसाइट निर्बाध और एकीकृत इंटरफेस के माध्यम से विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध इस मिशन से संबंधी सूचनाओं और पहलों को एक स्थान पर उपलब्ध कराता है और आम नागरिकों की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए मिशन की अपडेटेड जानकारियों को ऑटोमेटिक तरीके से प्रदर्शित करता है।
हाल ही में शहरी शासन व्यवस्था में सकारात्मक परिवर्तन के उद्देश्य से राष्ट्रीय शहरी डिजिटल मिशन सहित कई अन्य डिजिटल कार्यक्रमों की शुरुआत की गई है।
नागरिक-केंद्रित शासन व्यवस्था का निर्माण करने की दिशा में शहरी और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बेहतर तालमेल स्थापित करने के लिए आदर्श स्थिति पैदा करने के लिए राष्ट्रीय शहरी डिजिटल मिशन की शुरुआत की गई है।इसके साथ ही इंडिया अर्बन डाटा एक्सचेंज (आईयूडीएक्स), स्मार्टकोड, स्मार्ट सिटी 2.0 वेबसाइट और भू-स्थानिक प्रबंधन सूचना प्रणाली (जीएमआईएस) जैसी कई अन्य पहल को भी लॉन्च किया गया।ये पहल प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया और आत्म निर्भर भारत के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में दोनों मंत्रालयों द्वारा किए जा रहे प्रयासों में शामिल हैं।इन पहलों के जरिए अपने नागरिकों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने और उनकी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए शहरों को अधिक आत्मनिर्भर और सक्षम बनाया जाएगा।
राष्ट्रीय शहरी डिजिटल मिशन (एनयूडीएम) शहरों और नगरों को समग्र सहायता प्रदान करने के लिए पीपुल्स, प्रोसेस और प्लेटफॉर्म जैसे तीन स्तंभों पर काम करते हुए शहरी भारत के लिए साझा डिजिटल बुनियादी ढांचा विकसित करेगा।यह मिशन वर्ष 2022 तक 2022 शहरों और 2024 तक भारत के सभी शहरों और नगरों में शहरी शासन और सेवा वितरण के लिए नागरिक केन्द्रित इकोसिस्टम द्वारा संचालित दृष्टिकोण को साकार करने का काम करेगा।एनयूडीएम एक साझा डिजिटल बुनियादी ढांचा तैयार करेगा, जहाँ आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय की विभिन्न डिजिटल पहलों को समाहित कर इनका लाभ लिया जा सकता है। शहरों और नगरों की ज़रूरतों और स्थानीय चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए भारत के शहर और नगर इस पहल के विविध रूप और समर्थन से लाभान्वित होंगे।
इंडिया अर्बन डाटा एक्सचेंज को स्मार्ट सिटी मिशन और भारतीय विज्ञान संस्थान बेंगलुरु द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है।आईयूडीएक्स एक ओपन-सोर्स सॉफ़्टवेयर प्लेटफ़ॉर्म है, जो विभिन्न डाटा प्लेटफ़ॉर्म, थर्ड पार्टी प्रमाणन एवं अधिकृत एप्लिकेशंस और अन्य स्रोतों के बीच डाटा के सुरक्षित, प्रमाणित और व्यवस्थित आदान-प्रदान की सुविधा देता है।
स्मार्टकोड एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जो शहरी शासन को बेहतर बनाने के उद्देश्य से सभी इकोसिस्टम हितधारकों को विभिन्न समाधानों और एप्लिकेशंस के लिए ओपन-सोर्स कोड के भंडार में योगदान देने के लिए सक्षम बनाता है।इसे उन चुनौतियों का समाधान करने के लिए डिजाइन किया गया है, जिनका सामना शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) को शहरी चुनौतियों का समाधान निकालते समय डिजिटल एप्लिकेशंस को विकसित करने और इन्हें लागू करने के दौरान किया जाता है।
न्यू स्मार्ट सिटी वेबसाइट वर्जन 2.0 यह वेबसाइट स्मार्ट सिटी से संबंधित पहलों के लिए सिंगल स्टॉप की तरह काम करेगी।वेबसाइट के साथ भू-स्थानिक प्रबंधन सूचना प्रणाली (जीएमआईएस) को जोड़ा गया है।यह वेबसाइट स्मार्ट सिटी मिशन के लिए एक सिंगल विंडो की सुविधा प्रदान करती है। यह एक ऐसा पोर्टल है, जो स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शुरू किए गए सभी प्लेटफार्मों और पहलों के प्रवेश द्वार के रूप में काम करता है।यह वेबसाइट निर्बाध और एकीकृत इंटरफेस के माध्यम से विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध इस मिशन से संबंधी सूचनाओं और पहलों को एक स्थान पर उपलब्ध कराता है और आम नागरिकों की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए मिशन की अपडेटेड जानकारियों को ऑटोमेटिक तरीके से प्रदर्शित करता है।