पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी समसामयिकी 1 (15-Apr-2021)^‘मंकीडेक्टाइल’^(Monkeydactyl)
Posted on April 15th, 2021
‘मंकीडेक्टाइल’ (Monkeydactyl), सबसे प्राचीन ‘सम्मुख अंगुष्ठ’ अर्थात उल्टे अंगूठे वाला (opposable thumbs) एक उड़ने वाला सरीसृप है।
हाल ही में, चीन में लिओनिंग के तियाओझिशन संरचनाओं में एक नवीन ‘टेरोसौर’ (pterosaur) जीवाश्म की खोज की गई है। इसे 160 मिलियन वर्ष पुराना माना जा रहा है।
इसे कुनपेंग्गोप्टेरस एंटीपॉलिकैटस (Kunpengopterus antipollicatus) नाम दिया गया है, जिसे “मंकीडक्टाइल” भी कहा जाता है।
‘टेरोसौर’ प्रजातियां सरीसृप थीं और डायनासोर प्रजातियों से निकट संबंधित थी। ये, कीटों के बाद, उड़ान भरने में सक्षम पहले जीव थे।
अंगूठे की सम्मुखता, अंगूठे को एक साथ मोड़ने, झुकाने तथा बीच में से घुमाने में सक्षम बनाती है, जिससे अंगूठे की नोक से दूसरी उंगलियों के सिरों को छुआ जा सकता है।
मनुष्यों के साथ-साथ कुछ प्राचीन बंदरों और वानरों में भी ‘सम्मुख अंगूठे’ पाए जाते थे।
पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी समसामयिकी 1 (15-Apr-2021)‘मंकीडेक्टाइल’(Monkeydactyl)
‘मंकीडेक्टाइल’ (Monkeydactyl), सबसे प्राचीन ‘सम्मुख अंगुष्ठ’ अर्थात उल्टे अंगूठे वाला (opposable thumbs) एक उड़ने वाला सरीसृप है।
हाल ही में, चीन में लिओनिंग के तियाओझिशन संरचनाओं में एक नवीन ‘टेरोसौर’ (pterosaur) जीवाश्म की खोज की गई है। इसे 160 मिलियन वर्ष पुराना माना जा रहा है।
इसे कुनपेंग्गोप्टेरस एंटीपॉलिकैटस (Kunpengopterus antipollicatus) नाम दिया गया है, जिसे “मंकीडक्टाइल” भी कहा जाता है।
‘टेरोसौर’ प्रजातियां सरीसृप थीं और डायनासोर प्रजातियों से निकट संबंधित थी। ये, कीटों के बाद, उड़ान भरने में सक्षम पहले जीव थे।
अंगूठे की सम्मुखता, अंगूठे को एक साथ मोड़ने, झुकाने तथा बीच में से घुमाने में सक्षम बनाती है, जिससे अंगूठे की नोक से दूसरी उंगलियों के सिरों को छुआ जा सकता है।
मनुष्यों के साथ-साथ कुछ प्राचीन बंदरों और वानरों में भी ‘सम्मुख अंगूठे’ पाए जाते थे।