व्यक्ति विशेष समसामयिकी 1 (17-September-2021)^मिशियो सुजिमुरा^(Michio Sujimura)
Posted on September 17th, 2021
वैश्विक सर्च इंजन ‘गूगल’ ने हाल ही में जापानी शिक्षक और बायोकेमिस्ट ‘मिशियो सुजिमुरा’ के 133वें जन्मदिन पर डूडल बनाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
वर्ष 1888 में जापान के सैतामा प्रांत में जन्मी ‘मिशियो सुजिमुरा’ को ‘ग्रीन टी’ के पोषण लाभों से संबंधित अपने अभूतपूर्व शोध के लिये जाना जाता है।
अपनी उच्च शिक्षा पूरी करने के बाद मिशियो सुजिमुरा ने अपने प्रारंभिक कॅरियर की शुरुआत विज्ञान के एक शिक्षक के तौर पर की।
वर्ष 1920 में उन्होंने ‘होक्काइडो इंपीरियल यूनिवर्सिटी’ में एक वैज्ञानिक शोधकर्त्ता के रूप में कार्य शुरू किया, जहाँ उन्होंने मुख्य तौर पर जापानी रेशम कीट के पोषण गुणों का विश्लेषण किया।
कुछ वर्ष पश्चात् ‘मिशियो सुजिमुरा’ का स्थानांतरण ‘टोक्यो इंपीरियल यूनिवर्सिटी’ में कर दिया गया, जहाँ उन्होंने ‘डॉ. उमेतारो सुजुकी’, जो कि विटामिन B1 की खोज के लिये प्रसिद्ध थे, के साथ ‘ग्रीन टी’ के जैव रसायन पर शोध करना शुरू किया।
उनके संयुक्त शोध से ही पता चला था कि ‘ग्रीन टी’ में विटामिन C की महत्त्वपूर्ण मात्रा होती है।
अपने शोध के अलावा ‘मिशियो सुजिमुरा’ ने एक शिक्षिका के रूप में भी काफी महत्त्वपूर्ण कार्य किया, वर्ष 1950 में ‘टोक्यो वीमेन्स हायर नॉर्मल स्कूल’ में गृह अर्थशास्त्र संकाय की वह पहली डीन थीं।
व्यक्ति विशेष समसामयिकी 1 (17-September-2021)मिशियो सुजिमुरा(Michio Sujimura)
वैश्विक सर्च इंजन ‘गूगल’ ने हाल ही में जापानी शिक्षक और बायोकेमिस्ट ‘मिशियो सुजिमुरा’ के 133वें जन्मदिन पर डूडल बनाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
वर्ष 1888 में जापान के सैतामा प्रांत में जन्मी ‘मिशियो सुजिमुरा’ को ‘ग्रीन टी’ के पोषण लाभों से संबंधित अपने अभूतपूर्व शोध के लिये जाना जाता है।
अपनी उच्च शिक्षा पूरी करने के बाद मिशियो सुजिमुरा ने अपने प्रारंभिक कॅरियर की शुरुआत विज्ञान के एक शिक्षक के तौर पर की।
वर्ष 1920 में उन्होंने ‘होक्काइडो इंपीरियल यूनिवर्सिटी’ में एक वैज्ञानिक शोधकर्त्ता के रूप में कार्य शुरू किया, जहाँ उन्होंने मुख्य तौर पर जापानी रेशम कीट के पोषण गुणों का विश्लेषण किया।
कुछ वर्ष पश्चात् ‘मिशियो सुजिमुरा’ का स्थानांतरण ‘टोक्यो इंपीरियल यूनिवर्सिटी’ में कर दिया गया, जहाँ उन्होंने ‘डॉ. उमेतारो सुजुकी’, जो कि विटामिन B1 की खोज के लिये प्रसिद्ध थे, के साथ ‘ग्रीन टी’ के जैव रसायन पर शोध करना शुरू किया।
उनके संयुक्त शोध से ही पता चला था कि ‘ग्रीन टी’ में विटामिन C की महत्त्वपूर्ण मात्रा होती है।
अपने शोध के अलावा ‘मिशियो सुजिमुरा’ ने एक शिक्षिका के रूप में भी काफी महत्त्वपूर्ण कार्य किया, वर्ष 1950 में ‘टोक्यो वीमेन्स हायर नॉर्मल स्कूल’ में गृह अर्थशास्त्र संकाय की वह पहली डीन थीं।