अंतर्राष्ट्रीय समसामियिकी 3 (9-Apr-2020)^महिंद्रा ने कोविड-19 संकट के दौरान सेवा में लगे कर्मचारियों को सम्मानित करने की मुहिम शुरू की^(Mahindra launched a campaign to honor employees engaged in service during the covid-19 crisis)
Posted on April 10th, 2020
कोरोना वायरस से निपटने के प्रयासों के बीच महिंद्रा दक्षिण अफ्रीका ने देश के स्वास्थ्य कर्मचारियों और आवश्यक वस्तुओं और सेवाएं प्रदान करने में लगे हुये लोगों को सम्मानित करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी मुहिम शुरू की है।
कंपनी ने अपने ‘हीरो अभियान’ की घोषणा की है, जिसमें निस्वार्थ भाव से सेवा कर रहे कर्मचारियों की कहानियों को साझा करने के साथ ही सेवा कार्य में लगे दक्षिण अफ्रीकी नायकों के प्रति आभार जताया जाएगा। इस अभियान में कंपनी के डीलर नेटवर्क, कर्मचारी, आपूर्तिकर्ता और दक्षिण अफ्रीकी लोग शामिल होंगे।
महिंद्रा साउथ अफ्रीका के सीईओ राजेश गुप्ता ने कहा, ‘‘लॉकडाउन की इस पूरी अवधि के दौरान हमने दक्षिण अफ्रीकी लोगों की अनगिनत कहानियां सुनी हैं जो अपने देशवासियों की सहायता के लिए अपने परिवारों से दूर रहे और व्यक्तिगत जोखिम उठाया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘एक मोमबत्ती की तरह, इन कर्मचारियों ने अपने दक्षिण अफ्रीकी लोगों के जीवन में प्रकाश लाने के लिए खुद को प्रकाशित किया व निस्वार्थ भाव से सेवा की।’’
अंतर्राष्ट्रीय समसामियिकी 3 (9-Apr-2020)महिंद्रा ने कोविड-19 संकट के दौरान सेवा में लगे कर्मचारियों को सम्मानित करने की मुहिम शुरू की(Mahindra launched a campaign to honor employees engaged in service during the covid-19 crisis)
कोरोना वायरस से निपटने के प्रयासों के बीच महिंद्रा दक्षिण अफ्रीका ने देश के स्वास्थ्य कर्मचारियों और आवश्यक वस्तुओं और सेवाएं प्रदान करने में लगे हुये लोगों को सम्मानित करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी मुहिम शुरू की है।
कंपनी ने अपने ‘हीरो अभियान’ की घोषणा की है, जिसमें निस्वार्थ भाव से सेवा कर रहे कर्मचारियों की कहानियों को साझा करने के साथ ही सेवा कार्य में लगे दक्षिण अफ्रीकी नायकों के प्रति आभार जताया जाएगा। इस अभियान में कंपनी के डीलर नेटवर्क, कर्मचारी, आपूर्तिकर्ता और दक्षिण अफ्रीकी लोग शामिल होंगे।
महिंद्रा साउथ अफ्रीका के सीईओ राजेश गुप्ता ने कहा, ‘‘लॉकडाउन की इस पूरी अवधि के दौरान हमने दक्षिण अफ्रीकी लोगों की अनगिनत कहानियां सुनी हैं जो अपने देशवासियों की सहायता के लिए अपने परिवारों से दूर रहे और व्यक्तिगत जोखिम उठाया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘एक मोमबत्ती की तरह, इन कर्मचारियों ने अपने दक्षिण अफ्रीकी लोगों के जीवन में प्रकाश लाने के लिए खुद को प्रकाशित किया व निस्वार्थ भाव से सेवा की।’’