हाल ही में, आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा जीवनयापन सुगमता सूचकांक / ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स (EoLI)– 2020 की अंतिम रैंकिंग सूची जारी की गयी है।
जीवनयापन सुगमता सूचकांक (EoLI), एक मूल्यांकन उपकरण है जो जीवन की गुणवत्ता और शहरी विकास के लिए की जा रही विभिन्न पहलों के प्रभाव का आकलन करता है। यह जीवन की गुणवत्ता, शहर की आर्थिक क्षमता, स्थिरता और लचीलापन के आधार पर देश भर के प्रतिभागी शहरों की व्यापक समझ उपलब्ध कराता है।
सूचकांक में शहरों को दो श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है:
मिलियन + आबादी वाले शहर, अर्थात जिन शहरों की आबादी 10 लाख से अधिक है ।
10 लाख से कम आबादी वाले शहर: इस श्रेणी में एक मिलियन से कम आबादी वाले शहरों के साथ-साथ स्मार्ट सिटी कार्यक्रम के तहत आने वाले सभी शहरों को शामिल किया गया है ।
जीवनयापन सुगमता सूचकांक–2020 रैंकिंग:
‘मिलियन प्लस’ /10 लाख से अधिक आबादी वाली श्रेणी:
बेंगलुरु सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले शहर के रूप में उभरा है।
इसके बाद पुणे, अहमदाबाद, चेन्नई, सूरत, नवी मुंबई, कोयंबटूर, वडोदरा, इंदौर और ग्रेटर मुंबई का स्थान रहा।
10 लाख से कम आबादी वाली श्रेणी:
शिमला, ‘जीवनयापन सुगमता’ में सर्वोच्च स्थान पर रहा।
इसके बाद भुवनेश्वर, सिलवासा, काकीनाडा, सलेम, वेल्लोर, गांधीनगर, गुरुग्राम, दावणगेरे, और तिरुचिरापल्ली रहे।
हाल ही में, आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा जीवनयापन सुगमता सूचकांक / ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स (EoLI)– 2020 की अंतिम रैंकिंग सूची जारी की गयी है।
जीवनयापन सुगमता सूचकांक (EoLI), एक मूल्यांकन उपकरण है जो जीवन की गुणवत्ता और शहरी विकास के लिए की जा रही विभिन्न पहलों के प्रभाव का आकलन करता है। यह जीवन की गुणवत्ता, शहर की आर्थिक क्षमता, स्थिरता और लचीलापन के आधार पर देश भर के प्रतिभागी शहरों की व्यापक समझ उपलब्ध कराता है।
सूचकांक में शहरों को दो श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है:
मिलियन + आबादी वाले शहर, अर्थात जिन शहरों की आबादी 10 लाख से अधिक है ।
10 लाख से कम आबादी वाले शहर: इस श्रेणी में एक मिलियन से कम आबादी वाले शहरों के साथ-साथ स्मार्ट सिटी कार्यक्रम के तहत आने वाले सभी शहरों को शामिल किया गया है ।
जीवनयापन सुगमता सूचकांक–2020 रैंकिंग:
‘मिलियन प्लस’ /10 लाख से अधिक आबादी वाली श्रेणी:
बेंगलुरु सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले शहर के रूप में उभरा है।
इसके बाद पुणे, अहमदाबाद, चेन्नई, सूरत, नवी मुंबई, कोयंबटूर, वडोदरा, इंदौर और ग्रेटर मुंबई का स्थान रहा।
10 लाख से कम आबादी वाली श्रेणी:
शिमला, ‘जीवनयापन सुगमता’ में सर्वोच्च स्थान पर रहा।
इसके बाद भुवनेश्वर, सिलवासा, काकीनाडा, सलेम, वेल्लोर, गांधीनगर, गुरुग्राम, दावणगेरे, और तिरुचिरापल्ली रहे।