किरण बेदी - भारत की प्रथम महिला पुलिस अधीक्षक (Kiran Bedi - First Woman Superintendent of Police of India)

Posted on March 27th, 2020 | Create PDF File

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किरण बेदी - भारत की प्रथम महिला पुलिस अधीक्षक

 

किरण बेदी को भारत की प्रथम महिला पुलिस अधीक्षक होने का गौरव प्राप्त है। महिलाओं का प्रतिशत सिविल सेवा के क्षेत्र में अत्यंत निम्न है। प्रायः महिलाएं पुलिस सेवा को वरीयता नहीं देतीं, लेकिन किरण बेदी क पश्चात्‌ भारतीय पुलिस सेवा में महिलाओं की संख्या निरंतर बढ़ रही है। किरण बेदी की पहचान एक ईमानदार पुलिस अधिकारी के रूप में रही है ,उनकी ईमानदारी एवं सत्यनिष्ठा के कारण उन्हें अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ा। यहाँ तक कि उन्हें Punishment Posting मिली।Punishment Posting के दौरान उनकी नियुक्ति तिहाड़ जेल में अधीक्षक के रूप में हुई लेकिन किरण बेदी ने अपने धैर्य और सत्यनिष्ठा को त्यागा नहीं।उन्होंने तिहाड़ जेल को सुधारगृह में परिवर्तित कर दिया। उन्होंने कैदियों से व्यक्तिगत संपर्क बनाते हुए उनके रूचि के अनुरूप कार्यों एवं उद्योगों का प्रशिक्षण देते हुए उनके सामान्य जीवन को बहाल किया। उन्होंने कैदियों को न केवल सामान्य जीवन जीने लायक बनाया बल्कि अपने पुनीत कार्यों से उनकी आपराधिक प्रवृत्ति भी समाप्त कर दी। इस सराहनीय कार्य के लिए उन्हें रेमन मैग्सेसे पुरस्कार मिला, जिससे उनकी छवि अंतर्राष्ट्रीय व्यक्तित्व के रूप में बनी।

 

यद्यपि यहीं किरण बेदी का संघर्ष समाप्त नहीं हुआ। पुलिस सेवा में रहते हुए उन्हें नित नए संघर्ष झेलने पड़ते थे। अंततः उन्हें पुलिस महानिदेशक का पद भी प्राप्त नहीं हो सका जिसके कारण अंततः रुष्ट होकर उन्होंने एच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली। वे आज भी अपने NGO में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं। उनका मुख्य ध्यान महिलाओं  पर होने वाली घरेलू हिंसा पर है। इसके लिए वे बराबर दूरदर्शन पर कार्यक्रमों में हिस्सा लेती रहती हैं तथा महिला उत्पीड़न संबंधी समस्याओं को स्वयं सुनती हैं और उनके समाधान के लिए व्यक्तिगत प्रयास करती हैं। किरण बेदी के इस सशक्त व्यक्तित्व से महिलाओं में आत्मविश्वास का संचार हुआ है। उनका व्यक्तित्व न केवल महिलाओं के लिए बल्कि सभी पुलिस अधिकारियों के लिए अनुकरणीय है।