कला एवं संस्कृति समसामयिकी 1(21-Mar-2023)कलानिधि पुरस्कार 2023(Kalanidhi Award 2023)
Posted on March 21st, 2023 | Create PDF File
हाल ही में कर्नाटक गायिका बॉम्बे जयश्री, जो गायन की अपनी मधुर एवं मग्न शैली (Meditative Style) के लिये जानी जाती हैं तथा भारत सरकार द्वारा इन्हें पद्मश्री पुरस्कार प्रदान किया गया है, को वर्ष 2023 के संगीत अकादमी के संगीत कलानिधि पुरस्कार के लिये चुना गया है।
संगीत कलानिधि पुरस्कार को कर्नाटक संगीत के क्षेत्र में सर्वोच्च पुरस्कार माना जाता है तथा यह वर्ष 1942 में अस्तित्त्व में आया।
इस पुरस्कार के तहत एक स्वर्ण पदक और प्रशस्ति पत्र दिया जाता है।
वसंतलक्ष्मी नरसिम्हाचारी को नृत्य के लिये नृत्य कलानिधि पुरस्कार हेतु चुना गया है।
वसंतलक्ष्मी नरसिम्हाचारी भरतनाट्यम एवं कुचिपुड़ी दोनों में उत्कृष्ट हैं।
भरतनाट्यम :
भरतमुनि के नाट्यशास्त्र से जन्मी इस नृत्य शैली का विकास तमिलनाडु में हुआ।
भरतनाट्यम नृत्य के संगीत वाद्य मंडल में एक गायक, एक बाँसुरी वादक, एक मृदंगम वादक, एक वीणा वादक और एक करताल वादक होता है।
भरतनाट्यम नृत्य के कविता पाठ करने वाले व्यक्ति को ‘नट्टुवनार’ कहते हैं।
भरतनाट्यम में शारीरिक क्रियाओं को तीन भागों में बाँटा जाता है- समभंग, अभंग और त्रिभंग।
कुचिपुड़ी :
कुचिपुड़ी आंध्र प्रदेश की एक नृत्य शैली है, जिसका जन्म आंध्र प्रदेश के कुचेलपुरम गाँव में हुआ था।
यह गीत एवं नृत्य का समन्वित रूप है।
भागवत पुराण इसका मुख्य आधार है।
इस नृत्य में पद संचालन एवं हस्तमुद्राओं का विशेष महत्त्व है।